नशामुक्त समाज बनाने में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण
महिलाओं को भी एकजुट होकर अपने-अपने परिवार में नशाखोरी को बंद करने के लिए आगे आना चाहिए। ये बातें रविवार को जिला विकास परिषद की सदस्य रीता देवी नशे के खिलाफ आइसीडीएस कार्यालय बनी में आयोजित एक दिवसीय जागरूकता शिविर में कही।
संवाद सहयोगी, बनी : समाज में नशाखोरी को बंद करने के लिए एक बड़ा अभियान चलाना जरूरी है। इसके लिए महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। महिलाओं को भी एकजुट होकर अपने-अपने परिवार में नशाखोरी को बंद करने के लिए आगे आना चाहिए। ये बातें रविवार को जिला विकास परिषद की सदस्य रीता देवी नशे के खिलाफ आइसीडीएस कार्यालय बनी में आयोजित एक दिवसीय जागरूकता शिविर में कही। जिला विकास परिषद की सदस्य रीता देवी की अध्यक्षता में आयोजित जागरूकता शविर में काफी संख्या में पंच सरपंच के अलावा आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर भी शामिल थीं। इस शिविर में आइसीडीएस की सुपरवाइजर शकीला बेगम ने कहा कि आज के समय में बच्चे नशाखोरी की तरफ जा रहे हैं। उन्हें इस दलदल से बचाने के लिए माता-पिता को अत्यधिक सतर्क रहना चाहिए। बच्चों की गतिविधि पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इस नशाखोरी को बंद नहीं किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब सभी लोग इसके शिकार हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज जिन लोगों के घर में दो समय का खाना नहीं होता, वे भी शराब के बिना नहीं रहते। इससे समाज में अपराध बढ़ेगा। इस बुराइयों को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। इस अवसर पर आम लोगों के अलावा ड्यूटी रजिस्टार कोआपरेटिव सोसायटी तसमीना शेख, सरपंच सुशील कुमार आदि भी उपस्थित थे। आइसीडीएस कार्यालय डुग्गन में भी नशाखोरी के खिलाफ जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता ब्लाक डेवलपमेंट काउंसिल की चेयरमैन नीलम देवी ने की। उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि वे युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक कर उन्हें बचाएं।