फंड की कमी से सुकराला देवी मार्ग के विस्तारीकरण का काम ठप

करुण शर्मा बिलावर विश्व प्रसिद्ध माता सुकराला देवी धार्मिक व पर्यटन के लिए लिहाज से काफी महत्वपू

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 06:46 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 06:46 AM (IST)
फंड की कमी से सुकराला देवी मार्ग के विस्तारीकरण का काम ठप
फंड की कमी से सुकराला देवी मार्ग के विस्तारीकरण का काम ठप

करुण शर्मा, बिलावर : विश्व प्रसिद्ध माता सुकराला देवी धार्मिक व पर्यटन के लिए लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन उक्त स्थान तक पर्यटकों के पहुंचने के लिए सड़क सही नहीं होने के कारण पर्यटक आने से कतराते हैं। आलम यह है कि क्षेत्र के ग्रामीणों को रोजाना जर्जर सड़क की वजह से काफी परेशानी हो रही है। हालांकि, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जर्जर सड़क को दुरुस्त करने के साथ विस्तारीकरण का कार्य शुरू किया गया, लेकिन फंड के अभाव में विस्तारीकरण का कार्य अधर में है।

बिलावर उप जिला मुख्यालय से महज नौ किलो मीटर की दूरी पर स्थित माता सुकराला देवी धाíमक लिहाज से काफी काफी महत्वपूर्ण है। पर्यटकों व श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉक्टर निर्मल सिंह ने फिंतर से लेकर सुकराला देवी तक सड़क के विस्तारीकरण का काम 41 करोड़ की लागत से शुरू करवाया था। करीब तीन साल पहले केंद्र सरकार के सेंटर रोड फंडिंग (सीआरएफ) से शुरू हुए बिलावर-फिंतर और बिलावर-सुकराला सड़कों के विस्तारीकरण का काम आज फंड के अभाव में अधर में है। सड़क विस्तारीकरण का कार्य अधर में लटक जाने के कारण बिलावर और सुकराला वासियों के लिए जहा परेशानी का सबब बना हुआ है, वहीं पर्यटक भी आने से परहेज करने लगे। अब स्थानीय लोगों के मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि बिना फंड के सड़क के विस्तारीकरण का कार्य क्यों शुरू किया गया।

बताया जाता है कि राज्य से पीडीपी- भाजपा गठबंधन सरकार के हटते ही मार्ग का निर्माण कार्य धीमी गति से से होने लगा था। इस बीच कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार द्वारा सेंटर स्पॉन्सर्ड सभी योजनाओं के फंड वापस ले लेने के कारण मार्ग के विस्तारीकरण का कार्य ठप हो गया। अब दोनों प्रोजेक्टों का काम पूरा करने की माग बिलावर की जनता बार-बार उप जिला प्रशासन के अलावा उप राज्यपाल के सलाहकार रहे के के शर्मा से भी कर चुके है।

बहरहाल, केंद्रीय फंड के सरेंडर करने की वजह से माता सुकराला देवी के दरबार को जाने वाली 9 किलोमीटर सड़क के विस्तारीकरण का काम ठप होते ही लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बॉक्स

सड़कों से धूल मिंट्टी उड़ने से हादसे का खतरा

सड़क का काम अधर में लटकने की वजह से धूल मिंट्टी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कोई बड़ी गाड़ियों के तेज रफ्तार से गुजरने पर सड़क पर डाली गई मिंट्टी उड़ने से लोगों की आंखे बंद हो जाती है, उस समय हादसे का खतरा बना रहता है। आलम यह है कि सड़क पर डाली गई पत्थर व धूल मिंट्टी लोगों का जीना दुश्वार कर रही है। इसे लोग नजला जुकाम खासी आदि बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। आलम यह है कि स्थानीय लोगों के लिए सड़क का निर्माण कार्य सरदर्द बन चुका है। इतना ही नहीं, बिलावर कस्बे का डेढ़ किलोमीटर सड़क के विस्तारीकरण का काम भी बंद पड़ा हुआ है, उसे भी जल्द से जल्द शुरू करने की मांग उठने लगी है, ताकि स्थानीय लोगों को राहत मिल सके।

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शुरुआत से ही विस्तारीकरण के कार्य में आती रही अड़चनें

सड़क के विस्तारीकरण के कार्य शुरू होते ही अड़चने शुरू हो गई थी। निर्माण कार्य शुरू करने से पहले वन विभाग से क्लीयरेंस नहीं मिलने से भी निर्माण कार्य शुरु होने में देरी हुई। अब फंड की किल्लत। बिलावर से भक्तपुर तक सड़क का विस्तारीकरण का काम होने के बाद आगे की तीन किलोमीटर सड़क के फॉरेस्ट क्लीयरेंस न होने के कारण रुक गई। मार्च 2020 में जब फॉरेस्ट क्लीयरेंस हुई तो कोरोना महामारी के चलते सरकार ने सीआरएफ के तहत मिले फंड्स को सरेंडर कर दिया। इसके चलते माता सुकराला देवी को जाने वाली सड़क का काम बीच अधर में लटक गया।

कोट्स-

विश्व प्रसिद्ध माता सुकराला देवी के दरबार को जाने वाली सड़क प्रशासनिक उपेक्षा के कारण बद से बदतर हो चुकी है। सड़क के विस्तारीकरण का काम पिछले दो सालों से रुका पड़ा है, इसके चलते आम जनता परेशानी की चक्की में पिस रही है।

- सतीश कुमार शर्मा, नायब सरपंच। कोट्स

बिलावर-सुकराला देवी और बिलावर-फिंतर मार्ग का विस्तारीकरण का काम सुस्त रफ्तार से चल रहा है जो लोगों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है। प्रयास करेंगे कि माता सुकराला देवी के दरबार को जाने वाली सड़क के रुके हुए विस्तारीकरण के काम को दोबारा शुरू किया जाए। इस मुद्दे को वह उचित मंच पर उठाकर हल करवाने का प्रयास करेंगे।

- इंजीनियर विक्रम सिंह अंडोत्रा, सदस्य डीडीसी। कोट्स

बिलावर-सुकराला मार्ग के विस्तारीकरण का काम फंड की कमी के कारण रुका हुआ है, इस संबंधी उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाकर लोगों को पेश आ रही परेशानियों से अवगत करा दिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही दोनों सड़कों के विस्तारीकरण के लिए फंड मिलेंगे, ताकि सड़कों के विस्तारीकरण का काम दोबारा शुरू हो पाए।

-संदेश कुमार शर्मा, एडीसी, बिलावर। कोट्स-

सेंटर रोड फंडिंग के तहत मिले 41 करोड़ में से बची कुछ राशि बिलावर- सुकराला और बिलावर-फिंतर मार्ग के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के कोरोना महामारी के दौरान सरेंडर कर दिए गए थे, इसलिए दोनों प्रोजेक्टों को लैंग्वेइश में बनाकर सरकार के पास दोबारा से मंजूरी के लिए भेजा गया है ।

-कुलभूषण सिंह भाऊ, अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता, बिलावर।

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