मुआवजा सूची पर किसानों ने जताई नाराजगी

से हुए बासमती के नुक़सान का मुआवजा देने के लिए कृषि विभाग द्वारा तैयार की गई सूची में नाम शामिल नहीं होने से परेशान मथुरा चक छन्न चरखड़ी होड़ कैंप के किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को तहसीलदार हीरानगर सोहनलाल से मिला और उनसे प्रभावित किसानों के नाम शामिल करने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Feb 2020 06:18 PM (IST) Updated:Sat, 08 Feb 2020 06:18 PM (IST)
मुआवजा सूची पर किसानों ने जताई नाराजगी
मुआवजा सूची पर किसानों ने जताई नाराजगी

संवाद सहयोगी, हीरा नगर: पिछले दिनों हुई बारिश से बासमती के फसल को हुए नुकसान का मुआवजा देने के लिए कृषि विभाग द्वारा तैयार की गई सूची में नाम शामिल नहीं होने से परेशान मथुरा चक, छन्न चरखड़ी, होड़ कैंप के किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को तहसीलदार हीरानगर सोहनलाल से मिला और प्रभावित किसानों के नाम शामिल करने की मांग की।

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे भाजपा नेता सुनील सिंह व नंबरदार बलबीर सिंह ने बताया कि गांव में फसल का सौ फीसद नुकसान हुआ है, कृषि व राजस्व विभाग ने जो सूची तैयार की है उसमें दर्जनों लोगों के नाम शामिल नहीं किए गए। राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में धान की गिरदावरी भी हुई है, फिर भी किसानों को मुआवजे से बंचित कर दिया गया है। फसल लगाने के लिए बैंको से कर्ज लिया गया था, जिसे चुकाना अब मुश्किल हो गया है। अगर सरकार मुआवजा दे रही है तो सभी किसानों को मिलना चाहिए, जिन्होंने फसल लगाई थी। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें मुआवजा नहीं मिला तो धरना लगाने को मजबूर होंगे।

वहीं, किसानों को आश्वस्त करते हुए तहसीलदार ने कहा कि जो सूची कृषि विभाग ने तैयार की थी, उसे राजस्व विभाग ने जांच कर आगे भेज दी है। इसमें वे कुछ नहीं कर सकते, अगर उच्चाधिकारी कोई निर्देश देते हैं तभी सप्लीमेंट्री सूची बना सकते हैं। प्रतिनिधि मंडल में किसान सतपाल, सौदागर सिंह, लाल चंद, तीर्थ राम, योग राज, हंसराज, गोपाल दास, गणेश दास, अशोक कुमार आदि शामिल थे।

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