शिक्षकों की कमी से बच्चों का भविष्य दांव पर

संवाद सूत्र, बनी : पिछले दो वर्षो से मिडिल स्कूल लियोंडी में शिक्षकों की कमी को लेकर लोगों में रोष ह

By Edited By: Publish:Sun, 24 May 2015 01:18 AM (IST) Updated:Sun, 24 May 2015 01:18 AM (IST)
शिक्षकों की कमी से बच्चों 
का भविष्य दांव पर

संवाद सूत्र, बनी : पिछले दो वर्षो से मिडिल स्कूल लियोंडी में शिक्षकों की कमी को लेकर लोगों में रोष है। लोगों ने स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की मांग की है।

इस बारे में सुशील कुमार, केवल कृष्ण व अजीत कुमार का कहना है कि जिला के दूरदराज क्षेत्र में जहां शिक्षा का एकमात्र स्रोत सरकारी स्कूल है वहां शिक्षकों की कमी विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। गांव के स्कूल में आठ कक्षाओं को पढ़ाने के लिए मात्र तीन शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, जिससे शिक्षा ग्रहण कर रहे 70 बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। उनका कहना है कि स्कूल में नियुक्त तीन शिक्षकों में एक मिड-डे-मील के प्रबंध में ही लगा रहता है, जबकि दो शिक्षकों में से अगर एक अवकाश पर चला जाए तो कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में मात्र एक शिक्षक ही उपलब्ध रहता है। उन्होंने स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की।

इस बारे में जेडईओ मिल्खी राम का कहना है कि बनी शिक्षा जोन में शिक्षकों की कमी है, लेकिन मिडिल स्कूल में चार शिक्षक है, जिसमें से एक शिक्षक को सर्व शिक्षा अभियान के तहत सीआरपी बनाकर अटैच किया गया था, जिसे वापस स्कूल में भेज दिया गया है। स्कूल के लिए अन्य शिक्षक की भी नियुक्ति का प्रयास किया जा रहा है।

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