उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी मोदी सरकार

By Edited By: Publish:Sun, 24 Aug 2014 11:16 PM (IST) Updated:Sun, 24 Aug 2014 11:16 PM (IST)
उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी मोदी सरकार

संवाद सहयोगी, कठुआ : भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया व आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तानी रेंजरों के गोले बरसाने से सीमांतवासियों में दहशत है। हीरानगर सेक्टर के लोग भी लगातार गोलीबारी से भयभीत हो गए हैं। अरनिया व आरएसपुरा सेक्टर से सीमांत ग्रामीणों के पलायन के बाद हीरानगर के सीमांत ग्रामीणों की चिंता काफी बढ़ गई है। हालांकि सीमांतवासियों को उम्मीद थी कि नई सरकार के गठन से पाकिस्तान पर दबाव बनाकर भारत सरकार कोई पहल करेगी। इसी मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की शिरकत से भी लोगों में उम्मीद बंधी थी कि रिश्तों में सुधार होगा और शांति कायम रहेगी। नई सरकार के गठन के बाद से ही पाकिस्तान बिना किसी खौफ के गोलीबारी कर न केवल नागरिकों को निशाना बना रहा है बल्कि भारत को भी आंखें दिखा रहा है। लगातार सीज फायर के उल्लंघन पर विभिन्न संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

कथनी और करनी में अंतर

मोदी सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। सत्ता में आने से पूर्व भाजपा ने कई सब्जबाग दिखाए। सीमा पर शांति के लिए बडे़ बड़े दावे किए, लेकिन अब सीमा पर हालात तनावपूर्ण हैं। लोग पलायन कर रहे हैं। मारे जा रहे हैं, जवान शहीद हो रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार चुप्पी साधे हुए है। मोदी सरकार के आने से पाकिस्तान के हौंसले बुलंद हुए हैं यही कारण है कि पिछले तीन सप्ताह से भी ज्यादा समय से पाकिस्तान सीमा पर सीज फायर उल्लंघन कर रहा है।

-सुभाष गुप्ता, जिला प्रधान एवं पूर्व एमएलसी कांग्रेस।

सरकार ने कदम नहीं उठाया

सीमा पर हालात सामान्य बनाने को लेकर सरकार ने कोई उचित कदम नहीं उठाया। लगातार गोलीबारी चिंता का विषय है। हालात ठीक नहीं बन रहे हैं। लेकिन मोदी सरकार भी हालातों पर कुछ न तो बोलने को तैयार है और न ही कुछ करने को तैयार है। रक्षा मंत्री भी मामले को लेकर कोई खाल दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। जिससे जाहिर है कि भाजपा के लोग सिर्फ सत्ता के भूखे थे, उन्होंने लोगों से कोई लेना देना नहीं है।

-गिरधारी लाल, पूर्व विधायक हीरानगर।

लग रहा है समय

पाकिस्तान लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है और हमारे जवान भी मुंह तोड़ जबाव दे रहे हैं। राज्य सरकार को चाहिए कि सीमांत लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाए। सरकार भी पाकिस्तान से सख्ती से निपटने के लिए अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए समय जरूर लग रहा है।

-ठाकुर रंजीत सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता।

जान माल का खतरा

सीमांत ग्रामीणों को जान माल का खतरा सता रहा है। कई वादे करने वाली भाजपा अब चुप है। पाकिस्तान को मुंह तोड़ जबाव दिए जाने की पहले तो बड़ी बड़ी घोषणाएं की जाती रहीं लेकिन अब हालात सामान्य बनाने को लेकर केंद्र कोई प्रयास नहीं कर रहा है। पाकिस्तान को जब तक सबक सिखाया न गया तब तक पाक अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला।

-ध्यान चंद, जिला प्रधान नेशनल कांफ्रेंस कठुआ।

भारत का डर नहीं

पाकिस्तान सुधरने वाला नहीं है। पाकिस्तान को भारत का कोई डर नहीं है। यही कारण है कि आए दिन पाक सीमा पर गोलीबारी कर रहा है। भारत सरकार को चाहिए के इस मुद्दे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाकर बाहरी देशों से पाकिस्तान को दी जाने मदद को तत्काल प्रभाव से बंद करवा दिया जाए। पाकिस्तान की गोलीबारी पूरी तरह से निंदनीय है। मोदी सरकार को इससे सख्ती से निपटना चाहिए।

-राजेंद्र पेसिफिस्ट, समाजिक कार्यकर्ता।

हालात नहीं बदले

मोदी सरकार से उम्मीदें लगाकर ही जनता ने मनमोहन सरकार को बाहर का रास्ता दिखाया है, लेकिन जब से मोदी सरकार बनी है तब से ही सीज फायर का उल्लंघन ज्यादा हो गया है। लोग पलायन कर रहे हैं। सरकार बदली जरूर है लेकिन सीमांत इलाकों में हालात नहीं बदले हैं। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में हीरानगर सेक्टर में रहने वाले सीमांत लोगों को आरएसपुरा व अरनिया के लोगों की तरह यहां से भी पलायन करना पड़ेगा।

-राकेश शर्मा, सरपंच चकड़ा।

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