102 वर्षीय बुजुर्ग ने भी दबाया ईवीएम का बटन
बसोहली : युवाओं के लिए चर्चित इस लोकसभा चुनाव में बुजुर्ग भी पीछे नहीं। शारीरिक परिस्थितियां अनुकूल न होने के बावजूद 102 वर्षीय अब्दुल करीम ने अपने बच्चों की सहायता से अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, तहसील के संभवत: सबसे उम्रदराज व्यक्ति 110 वर्षीय भीमा पुत्र हुक्मी निवासी बगुई झेंखर मतदान से वंचित रह गए। पोलिंग बूथ दो किलोमीटर दूर था। पहाड़ी के रास्ते बिना किसी साधन उनको मतदान केंद्र तक पहुंचाना संभव न हो सका। उनके परिवार के सदस्य वकील सिंह ने बताया कि उम्र के इस मुकाम पर उनकी आंखों की रोशनी नहीं है और वह चल नहीं सकते। शारीरिक मजबूरियों की वजह से वह वोट नहीं डाल सके इस बात का उन्हें मलाल है।