धनतेरस पर कठुआ में 10 करोड़ की धन वर्षा, आटोमोबाइल पर सबसे ज्यादा बरसा धन

कठुआ जिले के लोगों ने इस बार धनतेरस पर शनिवार को जमकर खरीदारी की। बाजारों में इतनी भीड़ थी कि पांव रखना भी मुश्किल हो रहा था। शहीदी चौक से मुखर्जी चौक और वहां से जराई चौक वार्ड 10 तक देर शाम तक जाम की स्थिति बनी रही।

By rakesh sharmaEdited By: Publish:Sun, 23 Oct 2022 02:05 AM (IST) Updated:Sun, 23 Oct 2022 11:01 AM (IST)
धनतेरस पर कठुआ में 10 करोड़ की धन वर्षा, आटोमोबाइल पर सबसे ज्यादा बरसा धन
जिस मार्ग को पार करने में दस मिनट लगता है उसी पार करने में आधे घंटे का समय लगता रहा।

कठुआ, जागरण संवाददाता : कोरोना महामारी से मुक्त कठुआ जिले के लोगों ने इस बार धनतेरस पर शनिवार को जमकर खरीदारी की। बाजारों में इतनी भीड़ थी कि पांव रखना भी मुश्किल हो रहा था। शहीदी चौक से मुखर्जी चौक और वहां से जराई चौक वार्ड 10 तक देर शाम तक जाम की स्थिति बनी रही। जिस मार्ग को पार करने में दस मिनट लगता है उसी मार्ग को पार करने में आधे घंटे का समय लग रहा था। दिवाली से पहले ही धनतेरस पर जिले के बाजारों में करोड़ों का धन बरसा। अनुमान के अनुसार, जिले में इस बार धनतेरस पर लोगों ने करीब 10 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। सबसे ज्यादा धन आटोमोबाइल पर बरसाया।

धनतरेस पर करीब 50 कारें विभिन्न शोरूम से खरीदी गई। इसके अलावा 150 से ज्यादा दोपाहिया वाहन खरीदे गए। धनतेरस पर धातु की चीज खरीदने वाले ग्राहकों की सबसे ज्यादा भीड़ शहर के बर्तन के शोरूम में रही। जहां पर लगभग सभी लोगों की बर्तन खरीदने की होड़ लगी रही है। शहर में इस समय 10 से ज्यादा बर्तन की दुकानें हैं, जहां पर दोपहर से ही ग्राहकों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी, जो देर रात तक खत्म हुई। धनतरेस पर जिले में 50 लाख रुपये के बर्तनों की बिक्री हुई। हालांकि ज्वेलर्स की दुकानों पर भी खरीदारी होती दिखी। यहां से भी करीब करोड़ रुपये के सोने के जेवरात धनतेरस खरीदे गए। अभी दो दिन दिवाली तक खरीदारी जारी रहेगी।

उम्मीद है कि करीब पांच करोड़ और धन दिवाली तक बरसेगा। वहीं दिवाली की साज-सजावट के लिए भी बाजार रंग-बिरंगे झालरों से सज रहा, जो दीपोत्सव के पर्व की भव्यता को दर्शा रहा है। बाजार में खरीदारी करने वाले लोगों की भीड़ जमी है। खास बात यह है कि इस बार सजावटी सामाज के बाजार में मेक इन इंडिया उत्पाद ही बिक्री के लिए आए हैं।

स्वदेशी दीपकों की बढ़ी मांग

जिले में दिवाली की साज-सजावट के लिए बाजार रंग-बिरंग झालरों से पट गए हैं, लेकिन इस बार मिट्टी के बने दीपकों की मांग बढ़ती जा रही है। अब घरों को रोशन करने के लिए लोगों ने मिट्टी के दीये खरीदना शुरू कर दिए हैं। इससे मिट्टी के दीपक बनाने वालों का कारोबार भी दिन प्रतिदिन बढ़ने लगा है। शहर में पहले मिट्टी के दीपक के स्टाल तीन या चार लगते थे, लेकिन इस बार करीब दर्जन भर स्टाल लगे हैं। यानि लाखों के दीपक दिवाली पर बिकने लगे हैं। स्टाल पर मिट्टी के दीपक और रंग बिरंगी आंकर्षक डिजाइनों में मूर्तियां ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं। दिवाली पर सबसे ज्यादा साज-सजावट के लिए रंग-बिरंग झालरों की मांग रही है।गेंदे के फूलों का कारोबार करने वालों की भी चांदी रही है। फल, मिठाई और गिफ्ट पैक की मांग भी इस पर्व पर बढ़ी है।

यातायात के लिए कोई प्रबंध नहीं

जिला सैनिक बोर्ड कठुआ के पूर्व अधिकारी कैप्टन जगदेव सिंह ने कहा कि शहर में त्योहारों पर यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन और पुलिस के कोई प्रबंध नहीं है। बाजार में खासकर शहीदी चौक से मुखर्जी चौक, वहां से जराई चौक और वार्ड 10 स्थित पुराने बस अड्डे पर शनिवार पूरा दिन जाम से लोग हलकान रहे। 10 मिनट वाले रास्ते को पार करने के लिए आधा घंटा लग रहा था। हैरानी इस बात की है कि शहर में पर्व पर इतनी भीड़ और जाम की स्थिति बनी है, लेकिन वहां पर ट्रैफिक व पुलिस जवानों की पर्याप्त सख्यां में तैनाती नहीं है। दिवाली पर जिला प्रशासन का शहीदी चौक से मुखर्जी चौक पर यातायात डायवर्ट प्लान भी बिना योजना के बनाया गया है,जिससे लोगों को कोई राहत व सुविधा नहीं मिलने वाली है।

chat bot
आपका साथी