जम्मू-कश्मीर: भूमि रिकार्ड के कंप्यूटरीकरण से पहले ठीक किए जाएं राजस्व विभाग के रिकार्ड में दर्ज गलत नाम

राजस्व विभाग की फाइलों में जम्मू जिले के दर्जनों किसानों के नाम गलत दर्ज हैं। गिरदावरी करते समय राजस्व विभाग के कर्मियों की गलती से ऐसा हुआ है जिसे अब तक ठीक नहीं किया गया है। मंडाल तहसील के गांव सौहांजना के कुलभूषण का नाम कुलदीप राज लिखा गया।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sun, 16 Jan 2022 11:47 AM (IST) Updated:Sun, 16 Jan 2022 11:47 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर: भूमि रिकार्ड के कंप्यूटरीकरण से पहले ठीक किए जाएं राजस्व विभाग के रिकार्ड में दर्ज गलत नाम
पूरे मामले को लेकर किसान जम्मू-कश्मीर किसान सलाहकार बोर्ड को भी इसकी शिकायत कर रहे हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता : सरकार की तरफ से भूमि रिकार्ड को डिजिटलाइज करने का काम शुरू होने से पहले ही उस पर सवाल खड़े होने लगे हैं। दरअसल भूमि रिकार्ड में कई किसानों के गलत नाम दर्ज हैं। ऐसे में बिना उसे रजिस्टर में ठीक किए यदि यह कार्य होता है तो किसानों के लिए बड़ी समस्या पैदा हो जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, राजस्व विभाग की फाइलों में जम्मू जिले के दर्जनों किसानों के नाम गलत दर्ज हैं। गिरदावरी करते समय राजस्व विभाग के कर्मियों की गलती से ऐसा हुआ है, जिसे अब तक ठीक नहीं किया गया है। मंडाल तहसील के गांव सौहांजना के किसान कुलभूषण का नाम कुलदीप राज, जगतर का जगतरी, बलवंत सिंह का नाम ब्यंत सिंह, प्रेम सिंह का नाम वरेयाम सिंह लिखा गया है। किसानों का कहना है कि जब गिरदावरी की जाती है, उसी समय पेन गलत चल जाने से नाम गलत होते गए। अब गलत नाम को लेकर किसान परेशान हैं। सरकार बिना जांच पड़ताल किए ही नाम कंप्यूटर पर चढ़ाने में लगी हुई है। ऐसे में किसानों का ब्यौरा गलत होता जाएगा और आने वाले समय में किसानों की यह दिक्कतें सुलझाना आसान नही होगा। पूरे मामले को लेकर किसान जम्मू-कश्मीर किसान सलाहकार बोर्ड को भी इसकी शिकायत कर रहे हैं।

मेरा नाम कुलभूषण खजुरिया है, जिसे राजस्व विभाग के रिकार्ड में कुलदीप राज लिख दिया गया है। संभवत: गिरदावरी करते समय कर्मचारियों ने यह गलती की होगी। इसको ठीक कराना पहले भी मुश्किल काम था, लेकिन अब तो और जटिल है। जमीनों के रिकार्ड को डिजिटल करने के इस दौर में सरकार को कम से कम एक नोटिस जारी कर लोगों को नाम दुरुस्त कराने का एक अवसर देना चाहिए था। लेकिन ऐसा नही हो रहा। अब किसानों को आने वाले समय में बहुत ही परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ेगा।

अरनिया के किसान यश सैनी का कहना है कि जमीन के रिकार्ड में कई किसानों के नाम कर्मचारियों की लापरवाही से गलत हुए हैं। एक बार फाइल में नाम गलत हो जाए तो उसको ठीक करना आसान नहीं होता। क्षेत्र में अनेकों किसान ऐसे हैं जोकि जमीन के रिकार्ड में नाम गलत दर्ज होने के कारण परेशान है। इसलिए हमारी सरकार से गुजारिश है कि इन लोगों की बात को समझा जाना चाहिए।

किसान जनीराम ने कहा कि जिन कर्मचारियों के कारण किसानों के नाम गलत चढ़े हैं, उन कर्मचारियों को दंड देने का समय आ गया है। सरकार पहले इन कर्मचारियों को उनकी गलती की सजा दे। फिर किसानों के नाम अगर कहीं गलत दर्ज हैं, तो उसे ठीक किया जाए। विभाग की गल्ती को दुरुस्त करने के लिए किसानों को मौका दिया जाना चाहिए।

अगर कहीं किसानों के नाम जमीनी रिकार्ड में गलत है तो हम उसे ठीक करने की दिशा में काम कर सकते हैं। किसानों को चाहिए कि वे तुरंत सामने आएं ताकि पता चल सके कि कितने ऐसे मामले हैं। इनकी जांच कर नाम को दुरुस्त करने की दिशा में काम किया जा सकता है। किसान प्रतिनिधि मुलाकात कर जानकारी दें, ताकि नाम दुरुस्त किए जा सकें।-पंकज भाऊ, तहसीलदार  

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