श्रीनगर एनकाउंटर : श्रीनगर में बड़े आत्मघाती हमले की साजिश नाकाम, मुठभेड़ में लश्कर का इनामी पाकिस्तानी आतंकी ढेर

मारे गए आतंकी के पास से एक एसाल्ट राइफल व अन्य साजो सामान भी बरामद किया गया है। उस पर 10 लाख का इनाम घोषित था। इस कार्रवाई में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सैफुल्ला पाकिस्तान का रहने वाला था।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sun, 19 Dec 2021 02:01 PM (IST) Updated:Sun, 19 Dec 2021 07:48 PM (IST)
श्रीनगर एनकाउंटर : श्रीनगर में बड़े आत्मघाती हमले की साजिश नाकाम, मुठभेड़ में लश्कर का इनामी पाकिस्तानी आतंकी ढेर
करीब दो घंटे चली मुठभेड़ में अबु सैफुल्ला के मारे जाने के बाद यह आपरेशन खत्म हो गई।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : पुलिस ने ग्रीष्मकालीन राजधानी में आत्मघाती हमलोें की एक बड़ी साजिश को नाकाम बनाते हुए लश्कर-ए-तैयबा के कुख्यात आतंकी सैफुल्ला उर्फ अबु खालिद उर्फ शहबाज को हारवन में हुई मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए आतंकी के पास से एक एसाल्ट राइफल व अन्य साजो सामान भी बरामद किया गया है। उस पर 10 लाख का इनाम घोषित था। इस कार्रवाई में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सैफुल्ला पाकिस्तान का रहने वाला था।

लालचौक से करीब 20 किलोमीटर दूर थीड-हारवन में अबु सैफुल्ला अपने एक कथित संपर्क सूत्र के घर में शनिवार की देर रात गए आया। पुलिस को उसी समय इसकी भनक लग गई। कुछ ही देर में पुलिस ने सेना व सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आतंकी ठिकाने को घेर लिया। सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने को चारों तरफ से घेरते हुए आतंकी कमांडर को सरेंडर के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग कर भागने का प्रयास किया। सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई कर उसका मंसूबा नाकाम बना दिया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाना बने मकान और साथ सटे मकानों से कई लोगों को सुरक्षित जगह पर भी पहुंचाया।

तड़के चार मुठभेड़ शुरू हुई थी। करीब दो घंटे बाद अबु सैफुल्ला के मारे जाने के बाद यह मुठभेड़ खत्म हो गई। इस कार्रवाई के दौरान आतंकी ठिकाना बना मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया। उसके पास से सुरक्षाबलों ने एक एसाल्ट राइफल, तीन मैगलजीन और एक ग्रेनेड भी जब्त किया है। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने सैफुल्ला की मौत को एक बड़ी कामयाबी करार देते हुए कहा कि वह नए लड़कों की भर्ती और ट्रेनिंग में लगा हुआ था। वह श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में किसी बड़े आत्मघाती हमले की साजिश को अंजाम देने का मौका तलाश रहा था।

बीते पांच साल से कश्मीर में सक्रिय सैफुल्ला की मौत लश्कर-ए-तैयबा के लिए एक बड़ा आघात है। हम सैफुल्ला के पीछे कई दिनों से लगे हुए थे,लेकिन वह लगातार अपने ठिकाने बदलतारहता था ,इसलिए बच रहा था। बीती रात जैसे ही वह हारवन में पहुंचा, हमने उसे भागने का कोई मौका नहीं दिया। हमने उसके सरेंडर का पूरा प्रयास किया,लेकिन उसने फायरिंग जारी रखी, जवाब में हमे भी गोली चलानी पड़ी और वह मारा गया।

33 दिनाें में मारे गए तीन पाकिस्तानी आतंकी : आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि बीते 33 दिनों में सुरक्षाबलों ने विभिन्न मुठभेड़ों में तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया है। रंगरेथ में 13 दिसंबर को हुई मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकियों में भी एक पाकिस्तानी आतंकी था। उससे पहले 16 नवंबर को हैदरपोरा में हुई मुठभेड़ में भी एक पाकिस्तानी आतंकी मारा गया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आतंकियों की कश्मीर में मौजूदगी साबित करती है कि पाकिस्तान यहां हालात बिगाड़ने,हिंसा का वातावरण बनाए रखने के लिए हर संभव साजिश में लगा हुआ है। हमारी पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान की साजिशों को नाकाम बनाने में पूरी तरह समर्थ हैं।

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