टिकट नहीं मिलने पर जहर खाकर जान देने की धमकी

राज्य ब्यूरो, जम्मू : निकाय चुनाव में टिकटों के बंटवारे से नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 07:53 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 07:53 PM (IST)
टिकट नहीं मिलने पर जहर 
खाकर जान देने की धमकी
टिकट नहीं मिलने पर जहर खाकर जान देने की धमकी

राज्य ब्यूरो, जम्मू : निकाय चुनाव में टिकटों के बंटवारे से नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महिला मोर्चा की कार्यकर्ता सोनिया गुप्ता ने तो टिकट नहीं मिलने पर जहर खाकर जान देने की धमकी दी है।

टिकट बंटवारे के खिलाफ कई नेता व कार्यकर्ताओं मैदान में आ गए हैं। ऐसे हालात में कईयों ने पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी दी है। भाजपा ने वीरवार को जम्मू नगर निगम के 75 वार्डो में से 70 के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। घोषणा करने के साथ ही पार्टी में अंतर्कलह सतह पर आ गई है।

ऐसे हालात में गुस्साए महिला मोर्चा ने शुक्रवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना से रोष जताकर विधायकों पर टिकट बंटवारे में भेदभाव करने का आरोप लगाया। महिला मोर्चा अध्यक्ष रजनी सेठी के नेतृत्व में गांधीनगर में प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर रोष जताने पहुंची महिला कार्यकर्ताओं का आरोप था कि उन्हें नजरअंदाज कर ऐसे कार्यकर्ताओं को टिकटें दी गई, जो पार्टी में बिलकुल नई हैं। इस दौरान छन्नी हिम्मत की कार्यकर्ता सोनिया गुप्ता ने आरोप लगाया कि विधायक कविंद्र गुप्ता ने उन्हें टिकट देने का वादा कर ऐसी कार्यकर्ता को टिकट दे दी, जिसे पार्टी में काम करते तीन महीने हुए हैं। सोनिया गुप्ता ने धमकी दी कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिली तो वह जहर खाकर जान दे देंगी।

वहीं, रजनी सेठी ने कार्यकर्ताओं के गुस्से को जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर ऐसे महिलाओं को टिकट दी गई, जिन्हें पार्टी में आए कुछ दिन हुए हैं। यह सीधे सीधे विधायक की मनमर्जी का परिणाम है।

रविंद्र रैना ने कहा कि पार्टी ने तय नीति के तहत ही टिकटें दी गई हैं। इससे कुछ कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श करने के बाद ही सूची फाइनल की गई है। उन्होंने इससे इन्कार किया कि टिकटों के फैसले में आरएसएस का प्रभाव रहा है। रैना ने कहा कि हमने न सिर्फ उम्मीदवार तय करने के लिए कार्यकर्ताओं से वो¨टग करवाई थी बल्कि निष्पक्ष एजेंसी से सर्वे भी करवाया था।

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