Jammu Kashmir: कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को सहारा देगी टास्क फोर्स, जिला स्तर पर ऐसे बच्चों की पहचान की जा रही

जिला स्तर पर ऐसे बच्चों की पहचान की जा रहीकिसी ने मां को खोया तो किसी के मां-पिता दोनों की ही मौत हो गई। इन बेसहारा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रदेश सरकार ने हाल ही में सक्षम योजना से उन्हें संबल देने का काम शुरू किया है।

By Edited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 08:51 AM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 08:51 AM (IST)
Jammu Kashmir: कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को सहारा देगी टास्क फोर्स, जिला स्तर पर ऐसे बच्चों की पहचान की जा रही
अब सरकार ने इन बच्चों के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स के गठन को मंजूरी दे दी है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू : कोरोना महामारी से प्रभावित हुए बच्चों की देखभाल के लिए जम्मू कश्मीर सरकार ने सोमवार को एक और कदम बढ़ा दिया। प्रदेश के प्रत्येक जिले में कोविड-19 से संक्रमित और प्रभावित बच्चों की देखभाल और सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है।

प्रदेश सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। यह टास्क फोर्स उन बच्चों के संरक्षण का इंतजाम करेगी, जिनके अभिभावकों की कोरोना से मौत हो गई है। यही नहीं, जो अभिभावक कोरोना से संक्रमित हैं, उनके बच्चों की देखभाल करने की व्यवस्था यह टीम करेगी। पिछले डेढ़ साल में कोरोना वायरस के चलते जम्मू कश्मीर में चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। महामारी की दूसरी लहर में तो कई बच्चे अनाथ हो गए।

जिला स्तर पर ऐसे बच्चों की पहचान की जा रहीकिसी ने मां को खोया तो किसी के मां-पिता दोनों की ही मौत हो गई। इन बेसहारा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रदेश सरकार ने हाल ही में सक्षम योजना से उन्हें संबल देने का काम शुरू किया है। प्रदेश में अब तक साढ़े चार सौ से अधिक बच्चों की पहचान हो चुकी है, जो महामारी के चलते बेसहारा हो गए हैं। जिला स्तर पर ऐसे बच्चों की पहचान की जा रही है। अब सरकार ने इन बच्चों के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स के गठन को मंजूरी दे दी है।

जिला मजिस्ट्रेट टास्क फोर्स के चेयरपर्सन होंगे।सदस्यों में चीफ मेडिकल आफिसर, पुलिस के एडिशनल सुपरिंटेंडेंट, जिला समाज कल्याण अधिकारी, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के चेयरपर्सन और जिला मजिस्ट्रेट की तरफ से नामांकित बच्चों के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन के एक प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। जारी आदेश के तहत जिला चाइल्ड संरक्षक अधिकारी इसके सदस्य टास्क फोर्स के सचिव होंगे। यह काम करेगी टास्क फोर्स टास्क फोर्स संबंधित जिलों में उन लोगों का ब्योरा इकट्ठा करेगी, जिनकी कोरोना से मौत हो गई है, उनके बच्चे अनाथ हो गए हैं और उन्हें देखभाल व संरक्षण की जरूरत है।

इन बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष लाया जाएगा जो इनके पुनर्वास का फैसला करेगी। उन बच्चों के लिए भी अस्थायी सहारा ढूंढा जाएगा, जिनके अभिभावक कोरोना का इलाज करा रहे हैं और उनके रहने के लिए उनके रिश्तेदार या कोई अन्य प्रबंध नहीं है। प्रत्येक हफ्ते बैठक, सरकार के पास जाएगी रिपोर्ट कोरोना प्रभावित बच्चों के मनोविज्ञान सहयोग और काउंस¨लग की व्यवस्था की जाएगी।

हर जिले में बच्चों की देखभाल के लिए संस्थान की पहचान की जाएगी। यह फैसला किया गया कि जिला स्तरीय टास्क फोर्स हर सप्ताह बैठक करेगी। जिला मजिस्ट्रेट बैठक के लिए जिम्मेदार होंगे और हर 15 दिन में इसकी प्रगति की रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी।

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