कक्षाओं का बहिष्कार कर प्रदर्शन, राज्यपाल का करेंगे घेराव

जागरण संवाददाता, जम्मू : राज्य प्रशासनिक परिषद (एसएसी) के फैसले के खिलाफ विद्यार्थियों का रो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jan 2019 02:31 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 02:31 AM (IST)
कक्षाओं का बहिष्कार कर  प्रदर्शन, राज्यपाल का करेंगे घेराव
कक्षाओं का बहिष्कार कर प्रदर्शन, राज्यपाल का करेंगे घेराव

जागरण संवाददाता, जम्मू : राज्य प्रशासनिक परिषद (एसएसी) के फैसले के खिलाफ विद्यार्थियों का रोष बढ़ता ही जा रहा है। अध्यापक और लेक्चरर बनने का सपना टूटते देख सैकड़ों विद्यार्थी यूनिवर्सिटी से अपनी कक्षाओं का वहिष्कार कर दूसरे दिन भी सड़कों पर उतर आए।

विद्यार्थियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाला फैसला वापस नहीं लिया गया तो यह प्रदर्शन राज्यव्यापी आंदोलन का रूप ले लेगा। सोमवार से कॉलेज के विद्यार्थियों को भी प्रदर्शन में शामिल किया जाएगा और राज्यपाल का घेराव होगा।

शुक्रवार को विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी कक्षाओं का वहिष्कार किया और अपनी कक्षाओं से एसएसी के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जम्मू यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर आ गए। गेट पर काफी देर तक छात्र-छात्राएं एसएसी के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे। वे एसएसी के उस आदेश को वापस लेने की मांग कर रहे थे, जिसमें शिक्षकों की सीधी भर्ती पर रोक लगाकर पहले से लगे शिक्षकों को पदोन्नति देकर पदों को भरने का फैसला लिया गया था। अध्यापकों के पदों को उसी तरह भरा जाए, जैसे पहले भरा जाता रहा

एसएसी ने रहबर-ए-तालीम के अध्यापकों को पक्का कर प्लस टू लेक्चरर्स के पद सीनियर व मास्टर ग्रेड वर्ग के शिक्षकों को पदोन्नति देकर भरने का फैसला किया है। 28 हजार शिक्षकों के रिक्त पदों और नान टी¨चग के 75 सौ पदों पर रहबर-ए-तालीम शिक्षकों की नियुक्त के फैसले ने बेरोजगार युवाओं को आहत किया है। प्रदर्शन कर रहे उच्च शिक्षा प्राप्त विद्यार्थियों का कहना था कि बहुत से युवा जो अच्छा अध्यापक बनने के उद्देश्य से पढ़ाई कर रहे थे, उन्होंने अपनी पढ़ाई उसी क्षेत्र में की है। उन्होंने साफ किया कि रहबर-ए-तालीम के अध्यापकों को जो मिला है, वह उसके खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनके रास्ते बंद करना ठीक नहीं है। अध्यापकों के रिक्त पदों को ठीक उसी तरह भरा जाना चाहिए जैसे पहले भरा जाता रहा है। ऐसा कोई निर्णय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जिससे राज्य की शिक्षा प्रभावित होती हो। प्रदर्शन के कारण सड़कों पर घंटों जाम लगा रहा

यूनिवर्सिटी गेट पर प्रदर्शन करने के बाद विद्यार्थी सड़कों पर आ गए। हाथों में बैनर लिए सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए वे बिक्रम चौक पहुंच गए। इस दौरान पुलिस ने विद्यार्थियों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन उनका प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। लोगों की परेशानी को देखते हुए विद्यार्थी सड़क से हट गए। इस दौरान घंटों सड़कों पर जाम लगा रहा। एसएसी के फैसले को वापस लिया जाए : एनएसएफ

नेशनल सेक्युलर फोरम (एनएसएफ) के जम्मू यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष मशखूर इलाही खान, इश्तियाक नायक व मनमोहन ¨सह का कहना है कि एसएसी के फैसले को वापस लिया जाए। सरकार के इस फैसले से पढ़े लिखे युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया गया तो सोमवार से उनका प्रदर्शन आक्रमक होगा।

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