एक ट्रक से ट्रैफिक जाम पर सबक, जम्मू श्रीनगर राजमार्ग पर ओवरलोड वाहनों पर कसेगी नकेल

मुख्य सचिव ने ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने और सभी ट्रक-ट्राले का टोल प्लाजा परतौल करने का आदेश दिया। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि ट्रक जम्मू टोल से नियमित अंतराल के बाद ही रवाना किए जाएं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 07:38 AM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 07:38 AM (IST)
एक ट्रक से ट्रैफिक जाम पर सबक, जम्मू श्रीनगर राजमार्ग पर ओवरलोड वाहनों पर कसेगी नकेल
35 घंटे तक राजमार्ग पर हजारों वाहन फंसे रहे।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन के पंतिहाल में एक ट्रक फंसने से लगे जाम से सबक लेते हुए सर्तकता बढ़ा दी है। ट्रक को हाईवे से हटाने में 35 घंटे लग गए और इससे राजमार्ग की दुर्दशा सबके सामने आ गई। अब प्रदेश प्रशासन ने इसका संज्ञान लेते हुए ओवरलोड वाहनों पर कड़ा रुख अपना लिया है। साथ ही पंतिहाल में बन रही सुरंग का निर्माण कार्य 15 अप्रैल तक पूरा करने का निर्देश भी दिया। मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने हाईवे की स्थिति पर आपात बैठक भी बुलाई और फिर ऐसा न होने देने के आदेश दिए।

यहां बता दें कि रविवार तड़के तीन बजे के आसपास राशन से भरा ट्रक पंतिहाल के पास भूस्खलन के दौरान फंस गया। रविवार दोपहर तक हाईवे से मलबा हटा लिया गया पर ट्रक सोमवार दोपहर बाद तक वहीं अटका रहा। इस वजह से 35 घंटे तक राजमार्ग पर हजारों वाहन फंसे रहे।

इसके बाद मुख्य सचिव ने ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने और सभी ट्रक-ट्राले का टोल प्लाजा परतौल करने का आदेश दिया। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि ट्रक जम्मू टोल से नियमित अंतराल के बाद ही रवाना किए जाएं।

मुख्य सचिव ने घटना के सभी कारणों का पता लगाने और भविष्य में इन्हें रोकने के सभी उपाय करने का निर्देश दिया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और यातायात पुलिस के अधिकारियों को हाईवे पर ओवरलोड मालवाहक वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए एक प्रभावी तंत्र तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि अक्सर क्षमता से ज्यादा भार लेकर चलने वाले वाहनों के कारण ही यातायात बाधित होता है, इससे सड़क को भी नुकसान पहुंचता है।

कार्रवाई की नियमित रिपोर्ट देने के आदेश : डा. मेहता ने संबंधित अधिकारियों को हाईवे पर नियमों की अवहेलना करने वालों और उन पर की गई कार्रवाई की साप्ताहिक रिपोर्ट देने के आदेश दिए।

सुरंग बन जाने से जानमाल का नुकसान नहीं होगा : डा. मेहता ने पंतिहाल सुरंग के निर्माण कार्य की मौजूदा स्थिति का जायजा लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को कहा कि वह यह काम 15 अप्रैल तक हर हाल में पूरा करें। उन्होंने कहा कि इस सुरंग का निर्माण पूरा होने के बाद हाईवे के मौजूदा भूस्खलन वाले क्षेत्र से वाहनों को नहीं गुजरना पड़ेगा। इस मौके पर अधिकारियों ने दावा किया कि प्रतिकूल मौसम में हाईवे पर वाहनों का आवागमन जारी रखने के लिए राजमार्ग के रखरखाव और निर्माण कार्याें को प्राथमिकता दी जा रही है।

रामबन और बनिहाल के बीच सिंगल लेन ट्रैफिक : मुख्य सचिव ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन-बनिहाल के बीच ङ्क्षसगल लेन ड्राइङ्क्षवग जोन को चिन्हित करने के लिए जिला रामबन प्रशासन और यातायात पुलिस को निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सिंगल लेन ड्राइङ्क्षवग को सुनिश्चित बनाया जाए। इसके साथ उन्होंने यातायात पुलिसकर्मियों को अपनी वर्दी के साथ बाडी कैमरों के इस्तेमाल को सुनिश्चित बनाने के लिए भी कहा।

रामबन-बनिहाल क्षेत्र भूस्खलन के मामले में है संवेदनशील : जम्मू-श्रीनगर हाईवे कश्मीर की जीवन रेखा कहलाता है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस हाईवे पर अक्सर रामबन-बनिहाल के बीच भूस्खलन के कारण यातायात अवरुद्ध हो जाता है। भूस्खलन के नजरिए से संवेदनशील इस क्षेत्र पर हाईवे को चौड़ा किया जा रहा है और कुछ हिस्सों में सुरंगों का निर्माण भी हो रहा है। 

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