युवा लेखकों को सिखाए कहानी लेखन के गुर

जागरण संवाददाता, जम्मू : नेशनल बुक ट्रस्ट और जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी की ओ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Nov 2018 02:35 AM (IST) Updated:Thu, 01 Nov 2018 02:35 AM (IST)
युवा लेखकों को सिखाए कहानी लेखन के गुर
युवा लेखकों को सिखाए कहानी लेखन के गुर

जागरण संवाददाता, जम्मू : नेशनल बुक ट्रस्ट और जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी की ओर से आयोजित कहानी लेखन कार्यशाला में युवा लेखकों ने कहानी लिखने के गुर सीखे।

केएल सहगल हॉल में आयोजित इस एक दिवसीय कहानी गोष्ठी कार्यशाला में पहाड़ी, कश्मीरी, डोगरी आदि भाषाओं के लेखकों ने कहानी लेखन के अनुभव साझा किए। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित मोहन ¨सह ने डोगरी कहानी लेखन के गुर सिखाए। रुखसाना ने कश्मीरी, निसार राही ने पहाड़ी कहानी लेखन के गुर सिखाए। कार्यशाला में बड़ी संख्या में शोध छात्रों, युवा लेखकों ने भाग लिया। इस मौके पर मोहन ¨सह ने डोगरी कहानी के सफर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डोगरी में काफी अच्छी कहानी लिखी जा रही है। इन कहानियों का कई भाषाओं में अनुवाद भी हो रहा है। इससे डोगरी लेखकों के पाठकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। वहीं, पहाड़ी और कश्मीरी लेखकों ने कहा कि कहानी लिखने से पहले एक प्लाट मन में होना जरूरी है। अच्छा लेखक बनने के लिए उन्होंने युवाओं को अधिक से अधिक से अधिक साहित्य पढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला में रची गई कहानियों को नेशनल बुक ट्रस्ट की पत्रिका में प्रकाशित किया जाएगा। इससे पहले ऐसी ही एक कार्यशाला कश्मीर में हो चुकी है।

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