पीजी कर रहे डॉक्टरों का स्टाइपेंड दोगुना

राज्य ब्यूरो, जम्मू : राजकीय मेडिकल कॉलेज व इंदिरा गाधी डेंटल कॉलेज सहित राज्य के सभी मेडि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Oct 2017 03:01 AM (IST) Updated:Thu, 26 Oct 2017 03:01 AM (IST)
पीजी कर रहे डॉक्टरों का स्टाइपेंड दोगुना
पीजी कर रहे डॉक्टरों का स्टाइपेंड दोगुना

राज्य ब्यूरो, जम्मू : राजकीय मेडिकल कॉलेज व इंदिरा गाधी डेंटल कॉलेज सहित राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में पीजी कोर्स कर रहे डॉक्टरों के लिए अच्छी खबर है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर पीजी कर रहे डॉक्टरों का स्टाइपेंड बढ़ाकर लगभग दोगुना कर दिया है। अब राज्य भर के मेडिकल कॉलेजों में एकसमान स्टाइपेंड मिलेगा।

अभी तक सिर्फ शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में पीजी कर रहे डॉक्टर को ही अधिक स्टाइपेंड मिलता था, लेकिन बुधवार को आदेशानुसार जो भी डॉक्टर राज्य के किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज या फिर डेंटल कॉलेज में पीजी करेगा, उसे पहले साल 17 हजार रुपये बेसिक, एचआरए व महंगाई भत्ता भी मिलेगा। इसे मिला कर पहले साल में एक डॉक्टर को लगभग 43000 रुपये स्टाइपेंड मिलेगा, जबकि दूसरे साल में बेसिक 18 हजार रुपये, महंगाई भत्ता व एचआरए और तीसरे साल बेसिक 19 हजार, महंगाई भत्ता व एचआरए दिया जाएगा। हालांकि एचआरए केवल उन्हीं पीजी डॉक्टरों को दिया जाएगा, जिन्हें सरकारी हॉस्टल की सुविधा नहीं मिलेगी।

इसी तरह जो डॉक्टर पहले से ही सरकारी नौकरी कर रहे हैं और उनका चयन पीजी कोर्स में हो जाता है तो उसे पूरा वेतन कोर्स के दौरान दिया जाएगा। अभी तक ऐसे डॉक्टरों को केवल मूल वेतन ही दिया जाता है।

गौरतलब है कि राज्य में कई वर्षो से पीजी कर रहे डॉक्टर स्टाइपेंड एक जैसा करने की माग कर रहे थे, लेकिन उनकी माग पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। बुधवार को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. पवन कोतवाल द्वारा जारी आदेश के बाद भी डॉक्टरों में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि अभी तक पीजी कर रहे डॉक्टरों को पहले साल सिर्फ 24200 रुपये ही स्टाइपेंड मिलता था, जबकि दूसरे वर्ष और तीसरे वर्ष इसे एक ही तरह बढ़ाया जाता था, जो बहुत कम था।

इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री बाली भगत ने बताया कि यह फैसला करना जरूरी हो गया था। महंगाई के दौर में कम पैसे मिलने से पीजी डॉक्टरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।

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