Jammu: OLX पर खुद को सुरक्षाबल का जवान बताकर ठगने वाले सक्रिया, गाड़ी बेचने का झांसा देकर तलाशते हैं शिकार

ओएलएक्स पर सक्रिय ठग अपने शिकार को झांसे में फंसाकर उससे गाड़ी की डिलीवरी उसके घर में करवाने का दावा करता है। वह कहता है कि वह यूनिट से बाहर नहीं आ सकता। वह गाड़ी को ट्रांसपोर्ट के जरिए भेजेगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 01:54 PM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 01:56 PM (IST)
Jammu: OLX पर खुद को सुरक्षाबल का जवान बताकर ठगने वाले सक्रिया, गाड़ी बेचने का झांसा देकर तलाशते हैं शिकार
पुलिस के पास अब तक दर्जनों ऐसे लोग पहुंच चुके हैं जो इस तरह की ठगी का शिकार हुए हैं।

जम्मू, सुरेंद्र सिंह: अगर आप OLX पर खुद के लिए सस्ती दोपहिया या कार तलाश कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा न हाे कि सस्ती गाड़ी पाने के चक्कर में आप लुट जाएं और जब तक आपको पता चले आपको ठगने वाला अपने काम को अंजाम देकर निकल जाए।

दरअसल पिछले कुछ समय से ओलएक्स पर खुद को सुरक्षाबल का जवान बताकर अपनी गाड़ी सस्ती दामों में बेचने का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह सक्रिय हैं और वे गाड़ी की डिलीवरी से पहले ही अपने शिकार से पैसे मंगवा रफूचक्कर हो जाते हैं। खुद को जम्मू कश्मीर में ही तैनात होने का दावा कर वे अपने शिकार को बताते हैं कि उनका तबादला बाहर हो गया है। वे जल्द ही अपनी यूनिट से जा रहे हैं। इसलिए वे अपने साथ अपनी गाड़ी को लेकर नहीं जा सकते। ऐसे में वे सस्ते में अपनी गाड़ी को बेचने जा रहे हैं।

यह ठग इतने माहिर हैं कि वे किसी सुरक्षाकर्मी का पहचानपत्र भी अपने शिकार को व्हाट्सएप के माध्यम से भेजते हैं ताकि खरीदार को उन पर कोई शक न हो। इतना ही नहीं वे गाड़ी की तस्वीरें भी भेजते हैं जो जम्मू कश्मीर के ही किसी जिले में पंजीकृत होते हैं लेकिन असल में न तो उस गाड़ी के मालिक को अपनी गाड़ी के ओएलएक्स पर बिकने की जानकारी होती है और न ही उस सुरक्षाकर्मी को जानकारी होती है कि उसके पहचानपत्र का गलत इस्तेमाल कर ठग किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। पुलिस के पास अब तक दर्जनों ऐसे लोग पहुंच चुके हैं जो इस तरह की ठगी का शिकार हो चुके हैं।

ऐसे देते हैं ठगी को अंजाम: ओएलएक्स पर सक्रिय ठग अपने शिकार को झांसे में फंसाकर उससे गाड़ी की डिलीवरी उसके घर में करवाने का दावा करता है। वह कहता है कि वह यूनिट से बाहर नहीं आ सकता। वह गाड़ी को ट्रांसपोर्ट के जरिए भेजेगा। इसके लिए वह अपने शिकार से उसका पहचानपत्र मंगवाते हैं। इसके बाद वह अपने शिकार से पहले ट्रांसपोर्ट के लिए पैसे मंगवाता है और उसके बाद डिलीवरी से पहले आधे पैसे पहले देने और आधे डिलीवरी के बाद देने के लिए कहता है। इतना ही किसी को शक न हो, वे अपने दूसरे साथी से अपने शिकार की फोन पर बात करवाते हैं जिसे वे अपना सीओ या कमांडेंट बताते हैं।

सस्ते के चकर में न आएं: एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है कि लोग खुद को सतर्क रखें। ऐसे किसी विज्ञापन के झांसे में न आए जो सस्ते में उन्हें सामान देने का झांसा दे रहा हो। ओलएक्स पर खरीद-फरोख्त से पहले आमने सामने बैठकर सौदा करें। सामान को पहले देखें चाहे वह गाड़ी हो या कोई अन्य चीज। संतुष्ट होने के बाद ही सोशल मीडिया पर खरीद-फरोख्त करें।

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