ट्रैफिक समस्या का समाधान तभी, जब लोग भी करें नियमों का पालन

सर्दी में जम्मू में राजधानी होने के कारण यहां वाहनों का दबाव बढ़ जाता है। ट्रैफिक पुलिस कर्मी कम होने के बावजूद पूरा प्रयास रहता है कि लोगों को ट्रैफिक की समस्या से न जूझना पड़े।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 15 Dec 2018 11:26 AM (IST) Updated:Sat, 15 Dec 2018 11:26 AM (IST)
ट्रैफिक समस्या का समाधान तभी, जब लोग भी करें नियमों का पालन
ट्रैफिक समस्या का समाधान तभी, जब लोग भी करें नियमों का पालन

जम्मू, राज्य ब्यूरो : समय-समय पर जम्मू में ट्रैफिक में सुधार के लिए विभाग ने कई कदम उठाए हैं। इनके परिणाम भी इस समय देखे जा सकते हैं। परंतु समस्या का स्थायी समाधान तभी निकल सकता है जब लोग भी ट्रैफिक नियमों का पालन करें। ट्रैफिक पुलिस जम्मू के एसएसपी जोगेंद्र सिंह ने यह बात दैनिक जागरण से हुई विशेष बातचीत में कही। एसएसपी ने कहा कि जम्मू में सर्दी में राजधानी होने के कारण यहां पर वाहनों का दबाव बहुत बढ़ जाता है। ट्रैफिक पुलिस कर्मी कम होने के बावजूद पूरा प्रयास रहता है कि लोगों को ट्रैफिक की समस्या से न जूझना पड़े। अगर अतिक्रमण न हो, लोग अपनी लेन में गाड़ी चलाएं तो कहीं पर भी ट्रैफिक की समस्या न हो।

स्टैंड किए गए हैं अधिसूचित

इस समय जम्मू जिले में चार से पांच हजार मिनी बसें चल रही हैं। इन सभी के लिए स्टैंड अधिसूचित किए हैं। ट्रैफिक विभाग के साथ-साथ अन्य सभी संबधित विभागों ने भी इसके लिए प्रयास किया है कि मिनी बसें स्टैंड पर खड़ी हों। जिस जगह पर भी कोई शिकायत मिलती है, उसे तुरंत हल करने का प्रयास किया जाता है।

स्कूल बस वाले बनाएं स्टैंड

यह देखा गया है कि शहर में कई जगह पर स्कूल बसें बच्चों को उनके गेट तक छोड़ने के लिए जाती हैं। इससे भी कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। स्कूल प्रबंधन को चाहिए कि वे बच्चों के लिए हर मोहल्ले में एक स्टाफ निर्धारित करें जहां से बच्चे बस पकड़ सकें। वापसी पर वहीं पर उतर सकें। इससे शहर के भीतर की ट्रैफिक समस्या पर थोड़ा फर्क पड़ सकता है।

कई क्षेत्र प्राथमिकता पर

शहर में कई क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। न्यू प्लॉट से लेकर जानीपुर क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या है। यहां समस्या का एक कारण सड़क की चौड़ाई कम होना और इसमें वाहनों का बहुत अधिक प्रेशर होना भी है। ट्रैफिक विभाग के कर्मचारी इस रोड पर, बीसी रोड व अन्य प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाने के लिए लगे रहते हैं।

रोटरी के डिजाइन में बदलाव

जम्मू में जो रोटरी बनाई गई थी, वे सड़कों की हालत के अनुसार थी। मगर अब समय के साथ कई डबल लेन मार्ग फोर लेन हो गए हैं। इसी तरह फोरलेन, सिक्स लेन हो गए हैं। अब सतवारी सहित सभी प्रमुख रोटरी के डिजाइन में बदलाव किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग ने इसके लिए सर्वे किया है।

सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया जारी

शहर में लगे सीसीटीवी खराब हो गए हैं। शहर में चालीस से अधिक सीसीटीवी लगे थे। इन सबको बदलने की प्रक्रिया चल रही है। इससे कई समस्याओं का समाधान होता है। सुरक्षा के लिहाज से भी यह अहम हैं। वहीं, अपग्रेड किए ट्रैफिक सिग्नलों का भी ट्रायल चल रहा है। वीडियोग्राफी की सुविधा होगी तो इससे नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान संभव होगी होगी। इससे लोगों पर भी दबाव बढ़ेगा और वे नियमों का पालन भी करेंगे।

हादसों की वजह मानवीय गलतियां

ट्रैफिक विभाग ने एक सर्वे किया है। इसमें पाया है कि आधे से अधिक हादसे मानवीय गलतियों के कारण होते हैं। इन्हें रोकने के लिए विभाग इस समय काम कर रहा है। हर जगह ट्रैफिक पुलिस कर्मी तैनात करना संभव नहीं है। अगर किसी को लगता है कि किसी विशेष जगह पर नियमों का उल्लंघन हो रहा है तो इसकी सूचना ट्रैफिक विभाग को दी जा सकती है। लोगों में स्वयं भी नियमों को लेकर जागरूकता होनी चाहिए।

खाली जगहों पर बनाएं पार्किग

जम्मू शहर में कई लोगों के पास खाली जगहें पड़ी हुई हैं। अगर लोग इन जगहों पर पार्किग बनाएं तो इससे उन्हें आय भी होगी और शहर के बीच लोगों को गाड़ी पार्क करने के लिए जगह भी मिलेगी। इससे भी समस्या का समाधान होगा।

इन बातों का रखें ध्यान गाड़ी चलाते समय अनुशासन बनाए रखें, नियमों का पालन करें जगह-जगह पर लगे सिग्नलों को देखकर ही गाड़ी चलाएं। रेड सिग्नल होने पर वहां रुकें। अपनी लेन में ही गाड़ी चलाएं। जहां पर पार्किग न हो, वहां पर गाड़ी न खड़ी करें। सुबह नौ बजे से लेकर ग्यारह बजे तक और शाम को पांच बजे से लेकर साढ़े सात बजे तक अगर किसी को जरूरी न हो तो शहर में गाड़ी लेकर आने से बचें। 

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