Public Outreach Programme : कश्मीर के युवाओं से विकास पर बात करने आ सकते हैं शाह और राजनाथ

गृह मंत्री अमित शाह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी कश्मीर में आम लोगों के बीच बैठे नजर आएंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sun, 23 Feb 2020 10:59 AM (IST) Updated:Sun, 23 Feb 2020 10:59 AM (IST)
Public Outreach Programme : कश्मीर के युवाओं से विकास पर बात करने आ सकते हैं शाह और राजनाथ
Public Outreach Programme : कश्मीर के युवाओं से विकास पर बात करने आ सकते हैं शाह और राजनाथ

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो । जम्मू कश्मीर में केंद्र सरकार के पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम के दूसरे चरण में कश्मीर विशेषकर दक्षिण कश्मीर प्राथमिकता में रहेगा। दूसरा चरण अप्रैल में प्रस्तावित है। यह घाटी में विकास और जन कल्याण की नई योजनाओं का उद्घाटन या एलान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इस दौरान युवाओं के समग्र विकास की योजनाओं का पिटारा भी खुलेगा। उनके लिए शिक्षा, खेल और रोजगार में नई सौगातें भी होंगी। प्रस्तावित कार्यक्रम में 40 केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। परिस्थितियों के अनुकूल रहने पर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी कश्मीर में आम लोगों के बीच बैठे नजर आएंगे।

केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में आम लोगों के साथ सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को जानने, विकास के प्रति उनकी आकांक्षा का पता लगाने व आम लोगों व दिल्ली के बीच की दूरियों को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम का पहला चरण 18 से 24 जनवरी तक चला था। इसमें 34 मंत्रियों ने भाग लिया था। तब सिर्फ पांच ही मंत्री कश्मीर पहुंचे थे। इन मंत्रियों का दौरा भी श्रीनगर, गांदरबल और बारामुला तक सीमित रहा था। सूत्रों ने बताया कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय विभिन्न एजेंसियों ने पहले चरण के प्रभाव का आकलन कर केंद्र को एक रिपोर्ट भेजी है। पहले चरण में जम्मू कश्मीर का दौरा करन आए मंत्रियों व उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने भी अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी है। उसके बाद ही दूसरे चरण का एलान किया गया है।

फिलहाल, इस दौरे का प्रारूप तय किया जा रहा है। अप्रैल माह में आने वाले मंत्री जनवरी माह के दौरे के दौरान लिए गए फैसलों पर हुए काम की समीक्षा भी करेंगे। यह मंत्री लोगों से मिलेंगे जरूर, लेकिन उनके साथ बातचीत में कोई भी राजनीतिक मुद्दा नहीं छुएगा। बातचीत सिर्फ विकास और जन सुविधाओं से जुड़े मामलों तक सीमित रहेगी। केंद्रीय मंत्रियों के प्रस्तावित दौरे के दौरान युवा कल्याण, कौशल विकास योजनाओं व केंद्रों, खेल मैदानों, रोजगार मेलों का उद्घाटन करेंगे।

विशेष योजना पर काम

सूत्रों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर ही घाटी में बीते तीन सालों से आतंकी हिंसा का केंद्र बना हुआ है। इसलिए केंद्र सरकार ने दक्षिण कश्मीर के लिए एक विशेष योजना पर काम कर रही है। आउटरीच कार्यक्रम में इस योजना को सार्वजनिक किया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा व शोपियां में स्थानीय युवाओं से मिलेंगे। अलबत्ता, उनके दौरे की पुष्टि मार्च माह के अंतिम सप्ताह में ही होगी।

chat bot
आपका साथी