Shopian Encounter: वादी में पंच के हत्यारोपी अल-बदर के 4 आतंकी ढेर, एक ने डाले हथियार

करीब तीन घंटे तक चली इस मुठभेड़ में अल बदर मुजाहिदीन के जिला कमांडर शाकूर पारे उसका साथी सुहेल भट समेत चार आतंकवादी मारे गए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 28 Aug 2020 06:41 PM (IST) Updated:Sat, 29 Aug 2020 10:50 AM (IST)
Shopian Encounter: वादी में पंच के हत्यारोपी अल-बदर के 4 आतंकी  ढेर, एक ने डाले हथियार
Shopian Encounter: वादी में पंच के हत्यारोपी अल-बदर के 4 आतंकी ढेर, एक ने डाले हथियार

श्रीनगर, जेएनएन। श्रीनगर के खोनमोह इलाके के पंच काे सुपुर्द-ए-खाक करने से पहले ही सुरक्षाबलों ने उनकी मौत का बदला ले लिया। आज सुबह पंच निसार अहमद भट का शव जिला शोपियां के डांगम गांव में एक बाग से मिला था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शव की बरामदगी के बाद से ही पुलिस व सेना ने अपने खुफिया तंत्रों को सक्रिय कर दिया था। उन्हें शक था कि पंच को मारने वाले आतंकी अभी आसपास के किसी इलाके में ही छिपे हुए हैं।

पुलिस के आइजी कश्मीर विजय कुमार ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि पंच की हत्या में अल-बदर के जिला कमांडर शाकूर पारे और उसके साथी सुहेल भट का हाथ था, आज शोपियां में जिन चार आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है, उनमें ये दोनों भी शामिल हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोपहर बाद उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से जिला शोपियां के गांव किलोरा में कुछ संदिग्ध आतंकवादी देखे जाने की सूचना मिली। सेना की 44आरआर, जम्मू-कश्मीर की एसओजी और सीआरपीएफ के जवानों की संयुक्त टीम इलाके में पहुंची और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। ये आतंकवादी एक मकान में छिपे हुए थे। आतंकवादियों के सुरक्षाबलों को नजदीक आते देख उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। करीब तीन घंटे तक चली इस मुठभेड़ में अल बदर मुजाहिदीन के जिला कमांडर शाकूर पारे, उसका साथी सुहेल भट समेत चार आतंकवादी मारे गए हैं। एक आतंकवादी के आत्मसमर्पण करने की भी जानकारी मिली है।

आत्मसमर्पण करने वाले आतंकी से पूछताछ जारी : आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने किलूरा मुठभेड़ में चार आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि इनमें एक अल-बदर का जिला कमांडर शकूर पर्रे और एक उसका अंगरक्षक सुहेल बट है। उन्होंने बताया कि शकूर और सुहेल ने ही पंच निसार को अगवा कर मौत के घाट उतारा था। मुठभेड़ में मारे गए अन्य दो आतंकियों में एक की पहचान जुबेर नेंगरू और दूसरे की शाकिर उल जबार के रूप में हुई है। वहीं आत्मसमर्पण करने वाले आतंकी शोएब अहमद बट से पूछताछ की जा रही है।

सैन्यकर्मी शाकिर के अपहरण में भी था मारे गए आतंकियों का हाथ : मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों ने ही इसी माह तीन अगस्त को कुलगाम में एक सैन्यकर्मी शाकिर मंजूद वागे को अगवा कर लिया था। शाकिर मंजूर का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। आशंका है कि आतंकियों ने जवान को अगवा करने के बाद लगभग एक सप्ताह बाद उसकी हत्या कर शव को दफना दिया था। इसका आतंकियों ने एक वीडियों संदेश भी जारी किया था।

कौन है अल-बदर मुजाहिदीन संगठन : कश्मीर में अल-बदर मुजाहिदीन आतंकी संगठन की उपस्थिति का पता पहली बार 1995 में हुआ था। 1996 में इसने अपनी नापाक गतिविधियों को खुलकर अंजाम देना शुरू कर दिया था। कुछ वर्षों तक यह संगठन जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में ही सीमित रहा, लेकिन बाद में इसने वादी के अंदरूनी इलाकों में अपना विस्तार करना शुरू कर दिया। कश्मीर घाटी में आतंकी वारदात में बढ़ोतरी करने के लिए इनने स्थानीय युवकों की भर्ती पर ज्यादा जोर दिया। इसके बाद यह 2005 तक राज्य में पूरी तरह सक्रिय रहा, लेकिन सुरक्षाबलों द्वारा जारी अभियान के बाद संगठन में स्थानीय कैडर की संख्या नाममात्र रह गई। अचानक से संगठन ने कश्मीर में अपनी गतिविधियां बंद कर दीं। 2014 तक कश्मीर में इस संगठन का कोई वजूद नहीं रहा, लेकिन बुरहान वानी के मरने के बाद घाटी में भड़की  हिंसा की आग के बीच यह फिर सक्रिय हो गया। इस साल वादी में आतंकी बनने वाले करीब 95 स्थानीय लड़कों में से लगभग दो दर्जन लड़के अल-बदर में ही शामिल हुए हैं।

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