जम्मू में अपराध का चेहरा बन रहे रोहिंग्या, सुरक्षा एजेंसियां हुई चौकन्नी

सरकारी आकंड़ों की मानें तो जम्मू जिले में पांच हजार रोहिंग्या मुस्लिम नरवाल बाला भठिंडी बेलीचराना छन्नी हिम्मत तालाब तिल्लो केसी चौक जैसे इलाकों में झुग्गी बस्ती में रह रहे हैं

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 19 Dec 2019 04:11 PM (IST) Updated:Thu, 19 Dec 2019 04:11 PM (IST)
जम्मू में अपराध का चेहरा बन रहे रोहिंग्या, सुरक्षा एजेंसियां हुई चौकन्नी
जम्मू में अपराध का चेहरा बन रहे रोहिंग्या, सुरक्षा एजेंसियां हुई चौकन्नी

जम्मू, दिनेश महाजन। शहर में मादक पदार्थो की तस्करी में संलिप्त रोहिंग्या सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो रहे हैं। रोहिंग्याओं को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के भी हाथ-पांव फूले हुए हैं। त्रिकुटा नगर और छन्नी हिम्मत पुलिस ने मादक तस्करी में संलिप्त कई रोहिंग्या लोगों को पकड़ा है। गत एक वर्ष के भीतर म्यांमार के रहने वाले रोहिंग्याओं के विरुद्ध जम्मू के विभिन्न पुलिस थानों में मादक पदार्थ तस्करी के चार मामले दर्ज हुए। इसेस पूर्व रोहिंग्या समुदाय के लोगों ने जम्मू पुलिस ने मानव तस्करी तथा गोवंध जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। जम्मू में रह रहे रोहिंग्या का फिलहाल आतंकियों के साथ खुलकर कोई भी कनेक्शन सामने नहीं आया है। खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी जारी की है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ रोहिंग्या से संपर्क कर उनका इस्तेमाल राज्य में अशांति फैलाने में कर रहे हैं। सरकारी आकंड़ों की मानें तो जम्मू जिले में पांच हजार रोहिंग्या मुस्लिम नरवाल बाला, भठिंडी, बेलीचराना, छन्नी हिम्मत, तालाब तिल्लो, केसी चौक जैसे इलाकों में झुग्गी बस्ती में रह रहे हैं। हालांकि इनकी संख्या सरकारी आकंड़ों से काफी अधिक है। यह लोग मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। यूनाइटेड नेशंस द्वारा जारी पहचान पत्र के आधार पर यह लोग जम्मू के विभिन्न हिस्सों में रह हैं।

सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने के आरोप में भी पकड़े गए है रोहिंग्या: छन्नी हिम्मत पुलिस ने 04 दिसंबर 2017 को पशु बध को अंजाम देकर इलाके के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने के आरोप में पांच रोहिंग्या लोगों को पकड़ा था। पशु के अवशेष मिलने के बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था। लोगों ने तब जोरदार प्रदर्शन किया था।

युवतियों की तस्करी के आरोप में भी पकड़े गए है रोहिंग्या: म्यांमार से नाबालिग लड़कियों को ला कर जम्मू में बेचने के आरोप में नरवाल पुलिस ने 09 फरवरी 2018 को रोहिंग्या व्यक्ति नूर गुल अमीन पुत्र अकबर अली निवासी म्यांमार मलिक मार्केट, नरवाल को दबोचा था। नूर गुल ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया था कि उसने जम्मू से कई नाबालिग लड़कियों को रामबन व किश्तवाड़ जैसे दूरदराज जिले में बेचा था।

29 लाख रुपये की हवाला राशि रखने का भी है आरोप: छन्नी हिम्मत पुलिस ने 9 अगस्त 2018 को दो रोहिंग्या समुदाय के लोगों को पकड़ा था। उनकी झुग्गी में से 29 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई थी। झुग्गी में 29 लाख रुपये रखने वाले दोनों मुख्य आरोपित अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाए है। दोनों के म्यांमार में वापिस भाग जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। पुलिस का मानना है कि झुग्गी से बरामद धनराशि हवाला के जरिए आतंकियों की मदद के लिए लाई गई होगी।

धोखे से भारत के पहचान पत्र बना कर संपत्ति खरीद चुके है रोहिंग्या: मादक और मानव तस्करी के अलावा रोहिंग्या परिवार को सतवारी पुलिस ने धोखे से सरकारी पहचान पत्र बना कर उनके आधार पर संपत्ति खरीदने के आरोप में पकड़ा था। 14 जून 2017 सईद हुसैन निवासी म्यांमार ने सतवारी के बेलीचराना में भूमि खरीद ली थी। उसने बकायदा राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड और स्टेट सब्जेक्ट बना लिया था। आरोपित ने बेलीचराना में रख रायपुर में खसरा नंबर 235 में प्लाट खरीद लिया था, जिसमें उसने दो दुकानें बना ली थी।

सुंजवां हमले में आतंकियों को मदद करने की आशंका: 10 फरवरी 2018 में सैन्य छावनी सुंजवां में आतंकी हमला के दौरान जिस प्रकार रोहिंग्याओं की भूमिका होने की बात सामने आ रही है, उसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। आशंका जताई जा रही है कि शिविर पर हमला करने आए आतंकियों की रोहिंग्याओं ने मदद की है। रोहिंग्या जिस प्रकार आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं, उससे एजेंसियां की नींद उड़ी हुई है।

रोहिंग्या महिला आधा किलो चरस के साथ गिरफ्तार: त्रिकुटा नगर पुलिस ने मराठा बस्ती में रह रही रोहिंग्या महिला को मादक पदार्थ चरस की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि महिला के कब्जे से आधा किलो चरस को बरामद किया गया। नशे की इस खेप को महिला ने कश्मीर में रहने वाले युवक से खरीदने की बात पुलिस को बताई है, पुलिस अब उसी कश्मीर युवक की धर पकड़ में जुट गई है। त्रिकुटा नगर पुलिस थाने में महिला के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले को दर्ज कर लिया गया। आरोपित महिला की पहचान हलीला बीबी निवासी म्यांमार इन दिनों मराठा बस्ती में रह रही है के रूप में हुई। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि महिला से बरामद चरस का अंतर राष्ट्रीय बाजार में मूल्य लाखों रुपयों में है।

पुलिस कर्मियों को पुख्ता सूचना मिली की मराठा बस्ती में रहने वाली एक महिला मादक पदार्थ की तस्करी में संलिप्त है। पुलिस ने इस सूचना पर एक जवान को ग्राहक बना कर महिला के पास भेजा। महिला ने पुलिस कर्मी को बताया कि उसके पास करीब आधा किलो चरस है। तय सौदे के तहत गत मंगलवार देर शाम को पुलिस कर्मी महिला के पास चरस की खेप लेने को पहुंच गया। पुलिस कर्मी को जैसे ही महिला ने चरस की खेप को सौंपा तो वहां पहले से मौजूद पुलिस कर्मियों ने महिला को दबोच लिया। महिला को पूछताछ के लिए सीधे थाने में ले जाया गया। सबूतों को जुटाने के बाद महिला को आगे की कार्रवाई के लिए वूमेन सैल में भेज दिया गया। एसपी सिटी साउथ विनय शर्मा के अनुसार महिला के खुलासे से मादक तस्करी के इस नेटवर्क में संलिप्त लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द हीं कुछ और लोगों को दबोचा जाएगा।

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