तीमारदारों और डॉक्टरों के बीच हाथापाई, जीएमसी में हंगामा, कुछ देर रही हड़ताल

राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू की इमरजेंसी में शनिवार देर शाम एक अस्सी वर्षीय बुजुर्ग को कैनुला लगाने को लेकर हंगामा हो गया। डॉक्टरों और तीमारदारों में हाथापाई भी हुर्इ।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 01:40 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 01:40 PM (IST)
तीमारदारों और डॉक्टरों के बीच हाथापाई, जीएमसी में हंगामा, कुछ देर रही हड़ताल
तीमारदारों और डॉक्टरों के बीच हाथापाई, जीएमसी में हंगामा, कुछ देर रही हड़ताल

जम्मू, राज्य ब्यूरो । राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू की इमरजेंसी में शनिवार देर शाम एक अस्सी वर्षीय बुजुर्ग को कैनुला लगाने को लेकर हंगामा हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि डॉक्टरों और तीमारदारों में हाथापाई की नौबत आ गई। कुछ देर के लिए पीजी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। वहीं, एक महिला डॉक्टर के साथ बदसलूकी करने के आरोप में दो लोगों को पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

यह हंगामा उस समय हुआ जब किश्तवाड़ जिले के अठौली पाडर के रहने वाले अस्सी वर्षीय भीम सेन इलाज के लिए देर शाम को इमरजेंसी में पहुंचे। एक दिन पहले ही वे अपने घर में सीढ़ियों से गिर कर घायल हो गए थे। उनके गांव अठौली से किश्तवाड़ की दूरी करीब साठ किलोमीटर है। उनको अठौली से हेलीकाप्टर से किश्तवाड़ के जिला अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था, लेकिन वहां से डाक्टरों ने उन्हें जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया। शनिवार की देर शाम जब वह इमरजेंसी में पहुंचे तो उन्हें एक महिला पीजी डाक्टर कैनुला लगाने लगी। परिजनों का आरोप है कि उससे कैनुला सही तरीके से नहीं लग रहा था। इसके बाद चार डॉक्टर बेरहमी के साथ उन्हें कैनुला लगाने लगे। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो डॉक्टरों ने उन्हें मरीज सहित इमरजेंसी से बाहर निकाल दिया। काफी देर तक मरीज इमरजेंसी के बाहर ही था।

वहीं, पीजी डॉक्टरों का कहना था कि महिला पीजी डॉक्टर के साथ मरीज के परिजनों ने गाली गलौच की और उसके साथ हाथापाई की। इसकी उन्होंने पुलिस में शिकायत की। मामला बढ़ते देख बख्शी नगर के एसडीपीओ अमित शर्मा, ङ्क्षप्रसिपल जीएमसी डॉ. सुनंदा रैना, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट दारा सिंह भी अस्पताल पहुंचे और मामला हल करने का प्रयास किया। मरीज के बेटे बलराज ने आरोप लगाया कि उनके पिता को इलाज के बिना ही इमरजेंसी से निकाल दिया गया। इंचार्ज डॉ. भारत भूषण का कहना है कि मरीज और उनके परिजनों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका कहना था कि उन्हें लिख कर दिया जाए कि मरीज के साथ कुछ नहीं होगा। ऐसा करना संभव नहीं है। दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है। देर रात मरीज को उसके परिजन जम्मू के निजी अस्पताल ले गए।

कई वरिष्ठ डॉक्टर भी पहुंचे

इमरजेंसी में हंगामे के बाद कई वरिष्ठ डाक्टर भी जीएमसी में पहुंच गए। मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. अनिल, आर्थोपैडिक्स विभाग के एचओडी डॉ. संजीव गुप्ता, डॉ. रवींद्र इमरजेंसी में मरीजों के इलाज के लिए पहुंचे। वहीं कुछ देर के बाद पीजी डाक्टर भी काम पर लौट आए।

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