Jammu : संजीव जैन हो सकते है केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के नए वाइस चांसलर

केंद्रीय विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. अशोक ऐमा का पांच साल का कार्यकाल अप्रैल 2020 में समाप्त हो गया था। कोरोना से उपजे हालात के कारण नए वाइस चांसलर की नियुक्ति नहीं हो पाई। सूत्रों से पता चला है कि प्रो. संजीव जैन का नाम फाइनल हो चुका है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 02:27 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 02:28 PM (IST)
Jammu : संजीव जैन हो सकते है केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के नए वाइस चांसलर
केंद्रीय विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. अशोक ऐमा का पांच साल का कार्यकाल अप्रैल 2020 में समाप्त हो गया था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय कटड़ा के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. संजीव जैन केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के नए वाइस चांसलर हाे सकते है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. अशोक ऐमा का पांच साल का कार्यकाल अप्रैल 2020 में समाप्त हो गया था। कोरोना से उपजे हालात के कारण नए वाइस चांसलर की नियुक्ति नहीं हो पाई। सूत्रों से पता चला है कि प्रो. संजीव जैन का नाम फाइनल हो चुका है। अब बस राष्ट्रपति भवन से अधिसूचना जारी होने का इंतजार किया जा रहा है।

प्रो. अशोक ऐमा छह साल से अधिक समय तक केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के वीसी रह चुके हैं। मध्य प्रदेश के रहने वाले प्रो. संजीव जैन को पंद्रह मार्च 2016 को श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय का वाइस चांसलर नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल तीन साल का था, लेकिन उनको दो साल का एक्सटेंशन दे दिया गया था। प्रो. जैन ने अप्रैल 2019 को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी नियुक्ति इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंफारमेशन टेक्नोलाजी जबलपुर में निदेशक के पद पर हो गई थी। संजीव जैन को अकादमिक व रिसर्च का बेहतर अनुभव है।

वह श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में तीन साल तक वीसी का कार्यभार संभाल चुके हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू में उनकी नियुक्ति पांच साल के लिए होगी। सूत्र बताते हैं कि आगामी दो दिन तीन में संजीव जैन की नियुक्ति का आदेश निकल सकता है। वहीं दूसरी तरफ जम्मू विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. मनोज धर का तीन साल का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है।

अभी फिलहाल सर्च कमेटी नहीं बनी है। निगाहें अब राजभवन पर टिकी है कि क्या प्रो. मनोज धर को एक्सटेंशन मिलेगी या नए वीसी की नियुक्ति हो जाएगी। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू कश्मीर में स्टेट विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर का कार्यकाल पांच साल से कम करके तीन साल किया जा चुका है।

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