मांगों को लेकर सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों का प्रदर्शन

संवाद सहयोगी विजयपुर रिटायर्ड पुलिस कर्मियों ने राज्य प्रधान अजित सिंह की अगुआई में सोमवार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 07:51 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 07:51 AM (IST)
मांगों को लेकर सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों का प्रदर्शन
मांगों को लेकर सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों का प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, विजयपुर : रिटायर्ड पुलिस कर्मियों ने राज्य प्रधान अजित सिंह की अगुआई में सोमवार को सरकार पर उनकी मांगों को अनदेखा करने का आरोप लगाते हुए विजयपुर बीडीओ परिसर में प्रदर्शन किया। राज्य प्रधान अजीत सिंह ने कहा कि आतंकवाद के दौर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में उनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन आज हमको अपने ही हक के लिए प्रदर्शन करना पड़ रहा है । सरकार रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कर्मचारियों को छठा पे कमीशन जारी हो गया है और अब 7वें पे कमीशन की तैयारी भी हो गई है, लेकिन हमें 5वें पे कमीशन का ही लाभ नहीं मिल पाया है। सरकार हमें 3 सौ रुपये चिकित्सा उपचार के लिए देती है, लेकिन हमारी मांग है इसे बढ़ाकर एक हजार रुपये किया जाए। उन्होंने कहा सरकार पुलिस कर्मियों की वेतन विसंगतियों को दूर करे व उनके साथ इंसाफ करे। कम अंक मिलने के विरोध में प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, जम्मू : पहले व दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में विद्यार्थियों को कम अंक मिलने व उत्तर पुस्तिकाओं की ठीक से जांच न करने का आरोप लगाते हुए एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को क्लस्टर यूनिवर्सिटी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी मैदान के बाहर विद्यार्थियों के साथ मिलकर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने इस दौरान डोगरा चौक को बंद करने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद विद्यार्थियों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। विद्यार्थियों को आगे बढ़ता देख पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और बसों में बैठाकर जिला पुलिस लाइन ले आई। यहां कुछ देर बैठाने के बाद उन्हें छोड़ दिया।

प्रदर्शन कर रहे कुछ विद्यार्थियों ने उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो प्रतियां लहराते हुए आरोप लगाया कि उनकी ठीक से जांच भी नहीं की गई है। विद्यार्थियों का कहना था कि यूनिवर्सिटी ने वादा किया था कि उनके अंक दोगुने कर दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा भी नहीं किया गया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं का कहना था कि क्लस्टर यूनिवर्सिटी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यूनिवर्सिटी न तो समय पर परीक्षाएं करवाती है और न ही उनका परिणाम समय पर घोषित किया जाता है। अगर परिणाम आता भी है तो उसमें उत्तर पुस्तिकाओं का आकलन सही से नहीं किया जाता। विद्यार्थियों का कहना था कि प्रशासन उनकी आवाज दबाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन वह इससे डरने वाले नहीं हैं। उनका कहना था कि यूनिवर्सिटी उनकी मांग को पूरा करे। उनकी आनलाइन परीक्षाएं ली जाएं और परिणाम भी जल्द घोषित किया जाए।

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