बाणगंगा मार्ग के पुराने पुल का जीर्णोद्धार कार्य शुरू, माता वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं को होगी सुविधा

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि मां वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बाणगंगा क्षेत्र में पुराने पुल को हटाकर नया पुल बनाया जा रहा है। पुल पूरी तरह से आधुनिक व सुरक्षित होगा।

By Rakesh SharmaEdited By: Publish:Tue, 29 Nov 2022 03:44 PM (IST) Updated:Tue, 29 Nov 2022 03:44 PM (IST)
बाणगंगा मार्ग के पुराने पुल का जीर्णोद्धार कार्य शुरू, माता वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं को होगी सुविधा
वैष्णो देवी यात्रा के दौरान आवाजाही को लेकर श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इ

कटड़ा, राकेश शर्मा। मां वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग को आधार शिविर कटड़ा से जोड़ने वाले एकमात्र प्रमुख बाणगंगा 0पुल की दयनीय हालत अब संवरने वाली है। इस पुराने पुल के जीर्णोद्धार को लेकर गत सोमवार को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग के साथ ही अन्य अधिकारियों तथा स्थानीय निवासियों ने भूमि पूजन कर श्राइन बोर्ड ने इस पूल के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू कर दिया है। जल्द ही अत्याधुनिक तथा पूरी तरह से सुरक्षित नया पुल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा बना दिया जाएगा। इस पर करीब एक करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी।

पूरी तरह से सुरक्षित तथा आधुनिक होगा बाणगंगा पुल

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि मां वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बाणगंगा क्षेत्र में पुराने पुल को हटाकर नया पुल बनाया जा रहा है। जिससे यात्रा तो सुगम होगी ही वहीं पुल पूरी तरह से आधुनिक व सुरक्षित होगा। निर्माण कार्य के चलते वैष्णो देवी यात्रा के दौरान आवाजाही को लेकर श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही पुल के नजदीक से प्रमुख बाण गंगा घाट की ओर जाने वाली सीढ़ियां भी पूरी तरह से आधुनिक बनाई जाएंगी। जिस पर कार्य तेजी से जारी है। यह पूरी परियोजना आगामी मार्च तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पूरी परियोजना पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च आने की संभावना है। यह पूरी परियोजना विभिन्न हिस्सों में तैयार की जाएगी ताकि वैष्णो देवी यात्रा प्रभावित ना हो। पुराने पुल के जीर्णोद्धार के दौरान भी मां वैष्णो देवी यात्रा निरंतर चलती रहेगी।

करीब 5 दशक पुराना है यह प्रमुख पुल

करीब 5 दशक पहले मां वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान आने वाले श्रद्धालु बाणगंगा नदी को पार कर ही भवन की ओर प्रस्थान करते थे। समय के साथ जैसे ही मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी होने लगी तो करीब 5 दशक पहले बाणगंगा नदी पर करीब 9 फीट चौड़ा 60 फीट लंबा पुल बनाया गया जो समय के साथ उचित था। परंतु श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड बनने के उपरांत यात्रा में इस साल दर साल बढ़ोतरी होने लगी और यह एकमात्र पुल छोटा पड़ने लगा। जिसको लेकर करीब दो दशक पहले इस पुल को श्राइन बोर्ड द्वारा चौड़ा कर करीब 18 फीट का बना दिया।

मां वैष्णो देवी यात्रा निरंतर चलती रही। समय के साथ ही एक ओर जहां पुल छोटा पड़ने लगा है तो दूसरी ओर जर्जर हालत में होने के चलते श्रद्धालुओं को आने जाने में परेशानी का सामना निरंतर करना पड़ रहा है। इसी का संज्ञान लेते हुए श्राइन बोर्ड प्रशासन इस प्रमुख पुराने पुल को हटाकर नया आधुनिक तथा पूरी तरह से सुरक्षित पुल बनाने की सोमवार को शुरुआत की। शुरुआती चरण में 9 फीट चौड़े हिस्से को हटाकर करीब 17 फीट चौड़ा बनाया जा रहा है। पुल के दोनों और करीब 10 फुट ऊंची स्टील की रेलिंग लगाने के साथ ही रोशनी की उचित व्यवस्था की जाएगी।

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