Ranji Trophy Quarterfinal: खराब मौसम से फिर रुका मुकाबला, कर्नाटक ने 14 रन पर दो विकेट गंवाए

काफी संख्या में खेल प्रेमी आइपीएल खिलाड़ियों को देखने के लिए पहुंच गए थे जिन्हें सुरक्षाबलों ने आगे बढ़ने से रोका।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 20 Feb 2020 01:54 PM (IST) Updated:Thu, 20 Feb 2020 03:34 PM (IST)
Ranji Trophy Quarterfinal: खराब मौसम से फिर रुका मुकाबला, कर्नाटक ने 14 रन पर दो विकेट गंवाए
Ranji Trophy Quarterfinal: खराब मौसम से फिर रुका मुकाबला, कर्नाटक ने 14 रन पर दो विकेट गंवाए

जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक के बीच आज जीजीएम साइंस कॉलेज के हॉस्टल मैदान पर होने वाला रणजी मुकाबले का क्वार्टर फाइनल मौसम में सुधार होने के बाद दोपहर बाद शुरू हो पाया लेकिन छह आेवर के बाद एक बाद फिर मुकाबला रोक देना पडा। कर्नाटक ने  पहले दिन अब तक छह आेवर में  सिर्फ 14 रन पर दो विकेट गंवाए। अब शुक्रवार को ही दूसरे दिन का खेल संभव हो पाएगा।

कर्नाटक के सामर्थ पांच रन आैर देवदत्त दो रन बनाकर पवेलियन लौटा दिए गए। जम्मू-कश्मीर की आेर से आकिब नबी आैर मुजतबा युसूफ एक-एक विकेट चटकाने में कामयाब रहे।  

सुबह हल्की बारिश के बाद दोनों टीमें मैदान में पहुंच गइ थी परंतु खराब मौसम व रोशनी बेहतर न होने की वजह से मैच समय पर शुरू नहीं हो पाया। टीमों के खिलाड़ी मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। यदि मौसम बेहता होता है आैर रोशनी खेलने योग्य हो जाती है तो मैच शुरू करवा दिया जाएगा। 

वहीं हॉस्टल ग्राउंड में टीम के साथ अभ्यास में जुटे इरफान पठान ने कहा कि क्रिकेट खेल के बारे में पहले से भविष्यवाणी करना मुमकिन नहीं, क्योंकि क्रिकेट में किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। टीम ने छह वर्षो के बाद क्वार्टर फाइनल दौर में प्रवेश पाया है। मौजूदा रणजी सीजन के अभी तक के सफर पर अगर नजर डाली जाए, तो जम्मू-कश्मीर के हरेक खिलाड़ी का प्रदर्शन आशा के अनुरूप रहा है। टीम को नौवें एवं अंतिम लीग मुकाबले में हरियाणा से दो विकेट से शिकस्त मिली थी, लेकिन टीम अब पूरी हार से उबरकर पूरी तरह से बाहर आ चुकी है। जम्मू-कश्मीर की टीम एक कारगर रणनीति बनाकर ही मैदान में उतरेगी। प्रतिद्वंद्वी टीम के हरेक खिलाड़ी पर सूक्ष्मता से आंकलन किया गया है और इस बार जम्मू-कश्मीर की टीम कर्नाटक को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहेगी।

टीम की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण सभी पहलूओं पर गहराई से काम किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने बीसीसीआइ को पत्र लिखकर क्वार्टर फाइनल मुकाबला बंगलुरू में करवाने का आग्रह किया था, जबकि जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन ने भी जम्मू के साइंस कॉलेज हॉस्टल मैदान में मैच करवाने बारे पत्र लिखा था। जेकेसीए के सीईओ ने साफतौर पर लिखा था कि किसी भी सूरत में क्वार्टर फाइनल मुकाबला किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट नहीं होना चाहिए। सुरक्षाबलों ने गत बुधवार से ही सुबह जीजीएम साइंस कॉलेज के हॉस्टल मैदान की घेराबंदी कर ली है, जो क्वार्टर फाइनल मुकाबले खत्म होने तक तैनात रहेंगे। काफी संख्या में खेल प्रेमी आइपीएल खिलाड़ियों को देखने के लिए पहुंच गए थे, जिन्हें सुरक्षाबलों ने आगे बढ़ने से रोका।

दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने मैदान में की नेट प्रैक्टिसः बुधवार को दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने मैदान पर नेट प्रैक्टिस की। जम्मू-कश्मीर की टीम ने मेंटर इरफान पठान और कोच मिलाप की देखरेख में कड़ा अभ्यास किया तो वहीं आइपीएल खिलाड़ियों से लैस कर्नाटक के खिलाड़ी भी मैदान पर पसीना बहाते नजर आए। आइपीएल खिलाड़ी और कर्नाटक रणजी टीम के कप्तान करुण नायर, मुनीष पांडे, श्रेयस गोपाल, अभिमन्यु मिथुन, रोनित मोरे, जगदीशा ने मैदान में साथी खिलाड़ियों के फुटबॉल में भी साथ दो-दो हाथ भी किए। कर्नाटक के कप्तान करुण नायक ने वर्ष 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 303 की महत्वपूर्ण पारी खेली थी।

39 अंकों के साथ पहले स्थान पर है जम्मू कश्मीरः गौरतलब है कि कर्नाटक की टीम ईलीट ग्रुप ए और बी में खेले गए आठ मुकाबलों में से चार में जीत और चार मुकाबले ड्रॉ खेलकर 31 अंकों के साथ तीसरे पर रही, जबकि ईलीट ग्रुप सी में जम्मू-कश्मीर की टीम ने कुल नौ मुकाबलों में से छह में जीत, दो ड्रॉ और एक मुकाबला हारकर कुल 39 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया है।

मैच की लाइव कवरेज के लिए भी व्यवस्था: मैच की लाइव कवरेज के लिए भी व्यवस्था की गई है। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर आशिक बुखारी का कहना है कि क्वार्टर फाइनल रणजी मुकाबले के लाइव प्रसारण की पूरे बंदोबस्त कर दिए गए हैं, ताकि घर बैठकर भी क्रिकेट प्रेमी रणजी मुकाबले का पूरा आनंद उठा सकें।

जेकेसीए ने की पूरी तैयारी: जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के सीईओ आशिक बुखारी ने कहा कि पांच दिवसीय रणजी क्वार्टर फाइनल मुकाबले के लिए जेएंडके क्रिकेट एसोसिएशन पूरी तरह से तैयार है। आशिक बुखारी ने पांच अगस्त का हवाला देते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 जिस समय हटाया गया था तो उस समय जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सेवा पूरी तरह बंद होने से कश्मीर के खिलाड़ियों से संपर्क करना काफी मुश्किल हो गया था। ऐसे समय में स्थानीय दूरदर्शन चैनल से खिलाड़ियों से संपर्क किया गया।

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