Jammu Kashmir : रेल यातायात बंद, यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे निजी ट्रांसपोर्टर, लोगों की परेशानी से बेखबर प्रशासन

इन दिनों जम्मू से दिल्ली चंडीगढ़ पंजाब हिमाचल प्रदेश हरियाणा सहित अन्य राज्यों तक जाने के लिए यातायात का कोई साधन नहीं है। सरकार और प्रशासन लोगों की समस्याओं को दूर करने में विफल साबित हो रहे हैं।

By VikasEdited By: Publish:Wed, 11 Nov 2020 08:08 PM (IST) Updated:Wed, 11 Nov 2020 08:08 PM (IST)
Jammu Kashmir : रेल यातायात बंद, यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे निजी ट्रांसपोर्टर, लोगों की परेशानी से बेखबर प्रशासन
जम्मू से दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा सहित अन्य राज्यों तक जाने के लिए कोई साधन नहीं है।

जम्मू, जागरण संवाददाता । दीवाली और उसके बाद आने वाले त्यौहारों पर जम्मू से जाने वाले और जम्मू आने वाले लोगों को अपनी जेब खूब ढीली करनी पड़ रहा हैं। किसान आंदोलन के चलते जम्मू में बीते ढेड माह से रेल यातायात पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ हैं। ऐसे में बाहरी राज्यों से जम्मू आने और जाने वाले यात्रियों के लिए सड़क मार्ग ही इकलौता रास्ता बचा हैं। कोरोना काल का हवाला देकर जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अंतरराज्यीय बसों के प्रदेश में आने और वहां से बाहर जाने रोक लगाई हुई हैं। बाहरी राज्यों तक जाने के लिए लोगों के पास यातायात का साधन नहीं है। इस स्थिति का लाभ उठा कर कुछ निजी ट्रांसपोर्टर यात्रियों से मनमाना किराया ले रहे हैं।

इन दिनों जम्मू से दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा सहित अन्य राज्यों तक जाने के लिए यातायात का कोई साधन नहीं है। सरकार और प्रशासन लोगों की समस्याओं को दूर करने में विफल साबित हो रहे हैं। कोरोना काल से पूर्व टैक्सी चालक पहले यहां जाने के लिए चार से पांच हजार रुपये किराया लेते थे अब वहीं टैक्सी चालक 10 से 15 हजार रुपये किराया मांग रहे हैं।

लोगों की परेशानी से बेखबर प्रशासन ऑल इंडिया स्लीपर बस एसोसिएशन के पदाधिकारी विपिन कुमार का कहना है कि उनकी एसोसिएशन ने उप राज्यपाल के पूर्व सलाहकार केके शर्मा और मंडलायुक्त जम्मू संजीव वर्मा से भेंट करने के लिए समय मांगा था, लेकिन उनकी तरफ से बातचीत का न्यौता नहीं आया। जम्मू की बसों को बाहरी राज्यों तक जाने के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है। केंद्र सरकार ने अंतर राज्यीय परिवहन सेवा को मंजूरी दी है। इसके बावजूद प्रदेश प्रशासन कोई फैसला नहीं ले पा रहा है। बस मालिकों को बैंक का कर्जा देने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। यदि बसें नहीं चलेगी तो वे बैंक की किश्त कैसे दे पाएंगे।

लखनपुर से पार मिल रही दूसरे राज्यों की बसेंजम्मू कश्मीर से बाहरी राज्यों को जाने या बाहरी राज्यों से जम्मू कश्मीर में आने वाले यात्रियों को वाहन बदल बदल कर अपने गंतव्य तक जाना पड़ रहा हैं। जम्मू से बाहरी राज्यों में जाने वाले यात्रियों को लेकर बस स्टैंड से चलने वाली बसें उन्हें बीच मझधार लखनपुर में छोड़ देते हैं। इसके बाद यात्री पैदल हीं लखनपुर को माधोपुर पंजाब से जोड़ने वाले पुल को सामान उठा कर पार करते हैं। पुल पार करते हुए अन्य राज्यों की बसें और टैक्सियां वहां खड़ी रहती हैं। वहां यात्रियों से मनमाना किराया वसूल को यात्रियों को गंतव्य तक ले जाया जाता हैं। जम्मू आने वाले यात्रियों के साथ भी ऐसा हीं हो रहा हैं। माधोपुर पुल से पैदल वे लखनपुर में प्रवेश करते हैं, लखनपुर से टैक्सी या बस में जम्मू या अपने गंतव्य पर जाते हैं।

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