ना'पाक गोलाबारी पर भारी पड़ा सीमांतवासियों का हौंसला, दुश्मन दाग रहा गोले, पुंछ दिखा रहा उत्साह

पांचवे चरण के मतदान के दौरान भी पाकिस्तान ने पुंछ के मनकोट सेक्टर में गोले दाग कर मुंह की खाई। सेना ने मुंहतोड़ जवाब देकर दुश्मन के पांच सैनिक मार गिराए तो वहीं मतदान केंद्रों में जोश दिखाते हुए गाेलाबारी के बीच पुंछ के निवासियों ने 71.62 प्रतिशत मतदान किया।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 12 Dec 2020 11:32 AM (IST) Updated:Sat, 12 Dec 2020 11:32 AM (IST)
ना'पाक गोलाबारी पर भारी पड़ा सीमांतवासियों का हौंसला, दुश्मन दाग रहा गोले, पुंछ दिखा रहा उत्साह
अगले तीन चरणों में भी यह उत्साह बरकरार रहना तय है।

जम्मू, विवेक सिंह: ग्रामीण लोकतंत्र के लिए सीमांतवासियों का जोश पाकिस्तान की गोलाबारी पर भारी पड़ गया। संभाग के पुंछ जिले में पाकिस्तान ने गोलाबारी तेज की तो लोगों ने मतदान केंद्रों में जोश दिखा कर दुश्मन को संदेश दिया कि विकास की चाह रखने वाले लोग गोलों से डरते नही हैं।

पुंछ के सीमांत क्षेत्रों में खूनखराबे की मंशा के साथ पाकिस्तान द्वारा जिला विकास परिषद चुनाव में खलल डालने के लिए लगातार गोलाबारी की जा रही है। ऐसे हालात में भी लोगों ग्रामीण लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए घरों से निकल रहे हैं। भारतीय सेना पाकिस्तान की गोलाबारी का कड़ा जवाब देकर सीमांत वासियों के हौंसले को लगातार बढ़ा रही है।

वीरवार को जिला विकास परिषद के पांचवे चरण के मतदान के दौरान भी पाकिस्तान ने पुंछ के मनकोट सेक्टर में गोले दाग कर मुंह की खाई। सेना ने मुंहतोड़ जवाब देकर दुश्मन के पांच सैनिक मार गिराए तो वहीं मतदान केंद्रों में जोश दिखाते हुए गाेलाबारी के बीच पुंछ के निवासियों ने 71.62 प्रतिशत मतदान किया।

अब तक हुए पांच चरणों के मतदान में पुंछ जिले में औसतन 72.59 प्रतिशत मतदान हुआ है। पुंछ में पहले चरण में 68.69, दूसरे चरण में 75.07, तीसरे चरण में 72.18, चौथे चरण में 75.42 व पांचवे चरण में 71.62 प्रतिशत मतदान हुआ है। अगले तीन चरणों में भी यह उत्साह बरकरार रहना तय है।

पाकिस्तान सीमा पर बसने वाले लोगों को अपना दुश्मन मानता है। ऐसे हालात में नियंत्रण रेखा से सटे पुंछ व राजौरी जिलों में वह अकसर खूनखराबा करने की मंशा से गोले दागता है। जम्मू-पुंछ के सांसद जुगल किशोर शर्मा का कहना है कि मतदान में उत्साह दिखा रहे सीमांतवासी सीमा के प्रहरी हैं। वे दुश्मन की चालों को नाकाम बनाने में सहयोग देते हैं।

उन्हें गोलाबारी से बचाने के लिए सीमा पर बंकर बनाने का काम जोरशोर से जारी है। यही कारण है कि पाकिस्तान ग्रामीण लोकतंत्र के प्रति उनके जोश को देखकर उन्हें निशाना बनाने के लिए गोलाबारी करता है। हमारी सेना उसकी नापाक साजिशों का मुंहतोड़ जवाब देती है। 

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