Jammu Municipal Corporation: जम्मू के भगवती नगर में शुरू हुआ प्लास्टिक निस्तारण यूनिट

जम्मू नगर निगम ने करीब दो साल पहले आइपीसीए के साथ शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए समझौता किया था। इसी के अंतर्गत बुधवार को नगर निगम ने आइपीसीए के एमआरएफ का शुभारंभ किया।इस केंद्र में घर कचरा भीनने वालों से जमा किए गए कचरे काे ठिकाने लगाया जाएगा।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 31 Mar 2021 06:23 PM (IST) Updated:Wed, 31 Mar 2021 06:23 PM (IST)
Jammu Municipal Corporation: जम्मू के भगवती नगर में शुरू हुआ प्लास्टिक निस्तारण यूनिट
भगवती नगर में प्लास्टिक निस्तारण केंद्र का शुभारंभ करते मेयर चंद्र मोहन गुप्ता।

जम्मू, जागरण संवाददाता : शहर से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए इंडियन पाल्युशन कंट्रोल एसोसिएशन (आइपीसीए) ने भगवती नगर में मैटेरियल रिक्वरी फैसिलिटी (एमआरएफ) की स्थापना की। इस केंद्र में घर-घर और कचरा भीनने वालों से जमा किए गए कचरे काे ठिकाने लगाया जाएगा।

जम्मू नगर निगम ने करीब दो साल पहले आइपीसीए के साथ शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए समझौता किया था। इसी के अंतर्गत बुधवार को नगर निगम ने आइपीसीए के एमआरएफ का शुभारंभ किया। इसका उद्घाटन मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा व निगम आयुक्त अवनी लवासा के साथ किया। निगम ने समझौते के तहत आइपीसीए को भूमि, शेड, बिजली आदि उपलब्ध करवानी है। निगम ने ऐसा ही किया और भगवती नगर में यह सुविधाएं दीं। इस मौके पर पब्लिक हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी के चेयरमैन नरेंद्र सिंह जम्वाल, स्वच्छ भारत कमेटी के चेयरमैन यशपाल शार्म, निगम सचिव टीना महाजन, आइपीसीए के निशेक आशीष जैन, प्रोजेक्ट कोआर्डीनेटर रण्वीर सिंह, कॉरपोरेटर सुच्चा सिंह, सतपाल करलुपिया, प्रमोद कपाही आदि मौजूद थे।

मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे यूनिट समय की जरूरत हैं ताकि प्लास्टिक कचरे का खात्मा किया जा सके। ऐसे केंद्र बनने से प्लास्टिक जमा करने की प्रक्रिया को बढ़ाया जा सके और कचरे से प्लास्टिक की छंटनी कर इसे ठिकाने लगाया जाएगा। इससे शहर धीरे-धीरे प्लास्टिक मुक्त होगा। स्वच्छ जम्मू बनाने के लिए ऐसे प्रयासों को सफल बनाने के लिए शहर वासियों का सहयोग भी जरूरी है।

वहीं निगम आयुक्त अवनी लवासा ने कहा कि आज के कार्यक्रम से हम शहर को प्लास्टिक मुक्त बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि एमआरएफ प्रतिदिन पांच मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरे को ठिकाने लगा पाएगा। यह प्लास्टिक हर घर-घर से जमा करने के साथ कूड़ा भीनने वालों से जमा किया जाएगा। इतना ही नहीं आइपीसीए ज्यादा प्लास्टिक कचरा जमा करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। इससे कूड़ा भीनने वालों को भी रोजगार मिल जाएगा। उन्हें यहां से ज्यादा पैसे मिलेंगे।

कार्यक्रम के अंत में आइपीसीए के निदेशक एवं स्थापनक आशीष जैन ने कहा कि हाईड्रालिक बैलर से प्लास्टिक निस्तारण की व्यवस्था की गई है। इससे प्लास्टिक कचरे को मशीन से ठोस बना दिया जाता है। इससे प्लास्टिक ठिकाने लग जाएगा।

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