तब्लीगी जमात से जुड़े लोग जांच के लिए अस्पतालाें में पहुंच रहे, वादी के 87 लोगों को दिल्ली में किया क्वारंटाइन

इस बीच मंडलायुक्त कश्मीर पांडुरंग पोले ने कहा कि तब्लीगी जमात के निजामुद्दीन में अायोजित कार्यक्रम में भाग लेने गए 87 कश्मीरी अभी दिल्ली में ही हैं। इन सभी को वहां क्वारंटाइन किया

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 01 Apr 2020 01:12 PM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2020 01:12 PM (IST)
तब्लीगी जमात से जुड़े लोग जांच के लिए अस्पतालाें में पहुंच रहे, वादी के 87 लोगों को दिल्ली में किया क्वारंटाइन
तब्लीगी जमात से जुड़े लोग जांच के लिए अस्पतालाें में पहुंच रहे, वादी के 87 लोगों को दिल्ली में किया क्वारंटाइन

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। केंद्र प्रशासित जम्मू कश्मीर राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए तब्लीगी जमात से जुड़े विभिन्न लोग अस्पतालों में जांच के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें से अधिकांश को उनके घरों में क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसके अलावा संक्रमितों के साथ सीधे संपर्क में आए लोगों को अस्पताल में क्वारंटाइन किया जा रहा है। यही नहीं वादी के रहने वाले तब्लीगी जमात के 87 सदस्यों को दिल्ली में ही क्वारंटाइन गया गया है।

सभी जिला उपायुक्तों को और जिला एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्राधिकार में तब्लीगी जमात के वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क कर उन सभी लोगों को चिन्हित करें जो दिल्ली में आयोजित समारोह में भाग लेकर आए हैं। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित 55 मरीजों में से अधिकांश प्रत्यक्ष-परोक्ष रुप से तब्लीगी जमात से ही जुड़े हुए हैं। कश्मीर में काेरोना वायरस से मरने वाला पहला मरीज तब्लीगी जमात की कश्मीर इकाई का प्रधान था। गत रोज कश्मीर में कोरोना प्रभावित जिन मरीजों की पुष्टि हुई है, उनमे से एक करीब 15 दिन पहले ही दिल्ली में तब्लीगी जमात के एक समारोह में हिस्सा लेने के बाद लौटा था। दक्षिण कश्मीर के चार कोरोना पीड़ित भी तब्लीगी जमात से ही जुड़े हैं।

निजामुद्दीन दिल्ली स्थित तब्लीगी जमात के समारोह में हिस्सा लेने के बाद 16 मार्च को वापस लौटे मौलवी महरूर ने बताया कि हमारी जमात के कई सदस्य इस समय घरों में क्वारंटाइन हो रहे हैं। वे डाक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के साथ संपर्क में भी हैं। हमने प्रशासन को अपनी जानकारी में उन सभी लोगों के बारे में बता दिया है जो दिल्ली में मरकज में मौजूद रहे। इस्लाम हमेशा दूसरों की जिंदगी बचाने अौर सच्चाई पर चलने का सबक देता है। मौलवी मसरूर भी तब्लीगी जमात के उस नेता के साथ थे, जिनकी 25 मार्च को श्रीनगर में कोरोना के संक्रमण से मौत हुई है।

इस बीच, मंडलायुक्त कश्मीर पांडुरंग पोले ने कहा कि तब्लीगी जमात के निजामुद्दीन में अायोजित कार्यक्रम में भाग लेने गए 87 कश्मीरी अभी दिल्ली में ही हैं। इन सभी को वहां क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा हम यहां कश्मीर में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगाें की भी तलाश कर रहे हैं। ज्यादा दिक्कत उन लोगों को लेकर है जो तब्लीगी जमात के सक्रिय सदस्य नहीं हैं, लेकिन तब्लीगी के नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क में थे। या फिर उनके कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। पहले लोग सामने नहीं आ रहे थे, लेेकिन बीते चार-पांच दिनों के दौरान बहुत से लोग खुद ही नियंत्रण कक्ष पहुंचे हैं, अस्पतालों में भी आ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से हमने दिल्ली में बीते 20-22 दिनों के दौरान निजामुद्दीन इलाके में रूके जम्मू-कश्मीर के लोगों की एक सूची तैयार की है। इस सूची में शामिल सभी लोगों के नाम, नंबर पते हमारे पास हैं। इनके जरिए इन लोगों से संपर्क किया गया है। इनमें जो भी संदिग्ध हैं, उन्हें अस्पताल में या अन्य जगहों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में चलने वाले क्वारंटाइन केंद्रो में भेजा जा रहा है। अन्य को उनके घरों में ही क्वारंटाइन किया जा रहा है। 

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