JMC: जम्मू नगर निगम में बर्थ सर्टिफिकेट लेने आने वालों को प्रताड़ित करने के आरोप

शिव कुमार ने कहा है कि ऑनलाइन व्यवस्था का कोई लाभ नहीं हो रहा। जानबूझ कर तंग किया जाता है। आम लोगों को कभी नाम बदलने पता बदलने नाम दर्ज करवाने जैसे काम के लिए तंग किया जाता है। फिर लोग पैसे देने को मजबूर हो जाते हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 12:38 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 12:38 PM (IST)
JMC: जम्मू नगर निगम में बर्थ सर्टिफिकेट लेने आने वालों को प्रताड़ित करने के आरोप
कर्मचारियों का कहना है कि कभी इंटरनेट की दिक्कत के चलते परेशानी हो जाती है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू नगर निगम में ऑनलाइन व्यवस्था के विपरीत लोगों को सर्टिफिकेट जारी करने के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं। निगम आयुक्त और मेयर की नाक के नीचे लोगों को कभी कंप्यूटर, कभी इंटरनेट और कभी त्रुटियां दूर करने के नाम पर परेशान किया जाता है ताकि वे काम निकालवाने के लिए जेब ढीली करें।

नगर निगम में सर्टिफिकेट के लिए आए सुरेश कुमार का कहना है कि वह इंटरनेट के जानकार नहीं हैं। यहां काम करवाने के लिए उन्हें चक्कर कटवाए जा रहे हैं। कइयों से पांच सौ रुपये जन्म प्रमाण पत्र देने के लिए दो नंबर में मांगे जा रहे हैं। सामने तो कोई कर्मचारी नहीं कहता है लेकिन सच्चाई यही है कि उनकी जेब भर दो तो कोई काम नहीं रुकता। फिर चक्कर भी नहीं लगाने पड़ते।

वहीं निगम में सर्टिफिकेट के लिए चक्कर काट रहे शिव कुमार ने कहा है कि ऑनलाइन व्यवस्था का कोई लाभ नहीं हो रहा। जानबूझ कर तंग किया जाता है। आम लोगों को कभी नाम बदलने, पता बदलने, नाम दर्ज करवाने जैसे काम के लिए तंग किया जाता है और फिर मजबूर होकर लोग पैसे देने को मजबूर हो जाते हैं। निगम को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि यहां कोई पैसा न ले पाए और लोगों को चक्कर भी न लगाने पड़ें।

इस सेक्शन में काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि कभी इंटरनेट की दिक्कत के चलते परेशानी हो जाती है। कोई पैसे नहीं लिए जाते। जानकार लोग घर बैठे सर्टिफिकेट ले रहे हैं। पहले की तरह अब भीड़ नहीं लगती।

मेयर चंद्र मोहन गुप्ता का कहना है कि हमने ऑनलाइन सेवा शुरू कर दी है। लोग कर्मचारियों के झांसे में न आएं। घर में बैठे आवेदन करें। उन्हें घर पर ही सर्टिफिकेट मिल जाएंगे। थोड़ा समय तो लगता ही है लेकिन किसी को रिश्वत देने की जरूरत नहीं पड़ती। अगर किसी को दिक्कत आती है तो वह अधिकारियों को शिकायत करे। संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।  

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