Jammu Lockdown Day 8: लॉकडाउन में घर-घर खुल गए ‘व्हाटसएप स्कूल’

जब प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज बंद किए तो शुरू में अभिभावक बच्चों की पढ़ाई के लिए जरूर परेशान हुए थे लेकिन बाद में उन्होंने अपने बच्चों को घर में ही पढ़ाना शुरू कर दिया।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 01 Apr 2020 11:26 AM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2020 11:26 AM (IST)
Jammu Lockdown Day 8: लॉकडाउन में घर-घर खुल गए ‘व्हाटसएप स्कूल’
Jammu Lockdown Day 8: लॉकडाउन में घर-घर खुल गए ‘व्हाटसएप स्कूल’

जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्कूल-कॉलेज तो पहले से ही बंद कर दिए गए थे। लॉकडाउन घोषित होने के बाद तो पूरे शहर के लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में अभिभावकों ने जबरदस्त रचनात्मकता का परिचय देते हुए अपने घरों को ही स्कूल में तब्दील कर दिया। अब एक नया प्रयोग शहर के कई स्कूलों ने किया है। उन्होंने व्हाटसएप से घर में बैठे बच्चों की क्लास लेनी शुरू कर दी है। ऐसे में हर घर में ‘व्हाटसएप स्कूल’ बन गया है। शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे अनोखे प्रयोग शायद ही लोगों ने पहले देखे होंगे। इससे न सिर्फ बच्चे, उनके परिवार और स्कूल टीचर कोरोना के संक्रमण से बचे रहेंगे, बल्कि बच्चों की शिक्षा भी नहीं रुकेगी।

जब प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज बंद किए तो शुरू में अभिभावक बच्चों की पढ़ाई के लिए जरूर परेशान हुए थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपने बच्चों को घर में ही पढ़ाना शुरू कर दिया। जल्दी ही खासकर छोटे बच्चों के अभिभावकों ने टीचिंग की कई अनोखी टेक्निक ईजाद कर दी। वे बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई करवाने लगे। छोटे से घर में ही एक कोने में किसी ने बास्केटबॉल कोर्ट तैयार किया तो किसी ने बैडमिंटन कोर्ट। किसी ने गीतों में पिरोकर बच्चों को अक्षर ज्ञान देना शुरू किया तो कई माता-पिता बच्चों के साथ खुद भी पेंटिंग करने लगे। इसमें उन्हें इंटरनेट ने भी खूब मदद की। यू टयूब पर ऐसे ढेरों वीडियो हैं, जिसे देखकर अभिभावकों ने बच्चों को पढ़ाने के मनोरंजक तरीके सीखे। कुल मिलाकर अभिभावकों की इस रचनाशीलता ने घरों को ही खेल-खेल में शिक्षा देने वाले स्कूलों में तब्दील कर दिया। इससे बच्चों क पढ़ाई भी बाधित नहीं हो रही है, साथ ही उन्हें ज्ञानवर्धक जानकारी भी मिल रही है।

होमवर्क भी करवाते हैं: अब शहर के कई स्कूलों ने व्हाट्सएप के जरिए बच्चों को रोजाना होमवर्क देते हैं, जिसे उनके अभिभावक पूरा करवाते हैं। इसके बाद बच्चे इसका वीडियो बनाकर संबंधित स्कूल ग्रुप में डाल देते हैं। इसे वीडियो को उनकी क्लास टीचर चेक करती हैं। यदि किसी बच्चे ने बहुत अच्छा किया है तो उसे स्टार ऑफ द डे घोषित किया जाता है। अन्य बच्चों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे अभिभावकों को बड़ी राहत मिली है। बच्चे भी अपने सहपाठियों के वीडियो देखकर पढ़ने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

बच्चों ने शुरू की ऑनलाइन पढ़ाई: लॉकडाउन के चलते घरों में बैठे बच्चों ने अब ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग ने भी अपनी वेबसाइट पर बच्चों को ऑनलाइन पोर्टल शुरू कर दिए हैं यहां से बच्चों को हर विषय की पढ़ाई करवाई जा रही है। लॉकडाउन से नया शिक्षा सत्र शुरू नहीं हुआ है। स्कूलों ने बच्चों को अगली कक्षा में चढ़ा दिया है। स्कूल नहीं खुलनेसे बच्चे घरों में ही बैठे हैं। शिक्षा विभाग की इस पहल पर कई अन्य स्कूलों ने भी ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों को करवाना शुरू कर दिया है। स्कूलों की ओर से बच्चों को अपनी वेब पोर्टल पर लिंक कर वहां से पढ़ाई के बारे में जानकारी दी है। हालांकि बच्चों के पास अभी अगली कक्षा की पुस्तकें भी नहीं हैं लेकिन पोर्टल पर वीडियो के माध्यम से विशेषज्ञ शिक्षक उनकी समस्या का समाधान कर रहे हैं। वहीं, सीबीएसई स्कूलों ने अपनी वेबसाइट पर विषय अपलोड कर दिए हैं। बच्चे आराम से घरों से पढ़ रहे हैं। ऑनलाइन शिक्षा में बच्चों को पढ़ाया तो जाएगा लेकिन उन्हें कोई होमवर्क नहीं मिलेगा।

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