होटल, गेस्ट हाउसों व हाउस बोटों का ऑफलाइन पंजीकरण 31 तक

राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने की मुहिम के तहत प्रशासन ने होटल गेस्ट हाउसों व हाउस बोटों का ऑफलाइन पंजीकरण करने के लिए 31 मार्च 2020 तक एक्सटेंशन दे दी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Feb 2020 08:48 AM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2020 08:48 AM (IST)
होटल, गेस्ट हाउसों व हाउस बोटों  का ऑफलाइन पंजीकरण 31 तक
होटल, गेस्ट हाउसों व हाउस बोटों का ऑफलाइन पंजीकरण 31 तक

राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने की मुहिम के तहत प्रशासन ने होटल, गेस्ट हाउसों व हाउस बोटों का ऑफलाइन पंजीकरण करने के लिए 31 मार्च 2020 तक एक्सटेंशन दे दी है।

पर्यटन विभाग ने पहले पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यावसायियों का सितंबर 2019 तक ऑनलाइन पंजीकरण करने की व्यवस्था बनाई थी, लेकिन कश्मीर के हालात को देखते हुए पंजीकरण करवाने की तिथि में 31 दिसंबर 2019 तक एक्सटेंशन दी थी। अब पर्यटन विभाग कश्मीर के निदेशक ने मौजूदा हालात का हवाला देते हुए पंजीकरण करवाने के लिए 31 मार्च 2020 तक एक्सटेंशन दी है। अब पहले की तरह ऑफलाइन पंजीकरण करवाया जा सकेगा।

बुधवार को पर्यटन विभाग ने जम्मू व कश्मीर के निदेशकों को निर्देश जारी किए कि वे पहले की तरह होटलों, गेस्टहाउसों, हाउसबोट, शिकारा, पोनीवाला, स्लेजवाला, टूरिस्ट गाइडों व ट्रैवल एजेंटों का पंजीकरण करे। दोनों निदेशकों को 31 मार्च 2020 तक पंजीकरण पूरी करनी होगी। जम्मू कश्मीर में सीमित इंटरनेट सेवाओं के कारण ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था बनाने में बाधाएं आ रही थी।

राज्य की अर्थव्यवस्था में में पर्यटन क्षेत्र का लगभग 10 फीसद योगदान है। राज्य में करीब दस लाख लोग प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से पर्यटन से जुड़े हैं। इनमें से अधिकतर कश्मीर में हैं। घाटी में 1300 पंजीकृत हाउसबोट, पांच हजार शिकारा, 11 हजार पोनीवाला, 2100 स्लेजवाला, 1300 टूरिस्ट गाइड, तीन हजार पंजीकृत ट्रैवल एजेंट, 1500 होटल व गेस्टहाउस हैं। जम्मू, कठुआ, कटड़ा, राजौरी, पुंछ व किश्तवाड़ में भी बड़ी संख्या में होटल, गेस्ट हाउस, पोनीवाला, ट्रैवल एजेंट व टैक्सी ऑपरेटर हैं।

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