Jammu Kashmir: अब कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस कांपलेक्स होगा एसकेसीसीआइ का नाम!

पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद एसकेसीसीआइ को उपजेल में बदल दिया गया था।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 09 Mar 2020 10:57 AM (IST) Updated:Mon, 09 Mar 2020 10:57 AM (IST)
Jammu Kashmir: अब कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस कांपलेक्स होगा एसकेसीसीआइ का नाम!
Jammu Kashmir: अब कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस कांपलेक्स होगा एसकेसीसीआइ का नाम!

जम्मू, राज्य ब्यूरो : राज्य सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शेख मोहम्मद अब्दुल्ला को समर्पित श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर (एसकेसीसीआइ) का नाम बदल कर कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस कांपलेक्स कर दिया है। अलबत्ता, इस कन्वेंशन सेंटर की वेबसाइट पर पुराना नाम ही चल रहा है। अभी नाम बदलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

डल झील के किनारे जब्रवान पहाडिय़ों की ओट में स्थित एसकेसीसीआइ कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों का केंद्र रहा है। इसमें इंटर स्टेट काउंसिल, विदेशी राजनयिकों, केंद्रीय वार्ताकारों के दौरे, इंटरनेशनल लेप्रोस्कोपिक कांफ्रेंस जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। एसकेसीसीआइ का नाम फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने रखा था। यह सेंटर मुगल गार्डन के पास स्थित है। जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद हो रहे बदलावों की कड़ी में रविवार को इस कन्वेंशन सेंटर के नाम में बदलाव कर दिया गया।

उपजेल में बदल दिया गया था एसकेसीसीआइ को: पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद एसकेसीसीआइ को उपजेल में बदल दिया गया था। इसमें पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद लोन, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ नेता नईम अख्तर, पीडीपी की युवा इकाई के प्रधान वहीद उर रहमान पारा, नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता अली मोहम्मद सागर व आइएएस अधिकारी से नेता बने शाह फैसल को रखा गया था।

दो पुरानी छुट्टियां रद कर एक नई छुट्टी का किया गया था फैसला: इससे पहले जम्मू कश्मीर उपराज्यपाल प्रशासन ने दो पुरानी सरकारी छुट्टियां रद कर एक नई छुट्टी का फैसला किया था। सरकार ने पांच दिसंबर को शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के जन्मदिन व महाराजा के खिलाफ विद्रोह के दौरान मारे गए कश्मीरियों की याद में 13 जुलाई की छुट्टी रद कर दिया था। इसके साथ 26 अक्टूबर को देश से जम्मू कश्मीर के विलय दिवस पर छुट्टी करने का फैसला किया गया था।

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