Jammu Kashmir: अब कैदी नहीं जाएंगे सलाखों के पीछे, करना होगा इसका इंतजार
जम्मू कश्मीर जेल विभाग ने जेलों में अब उन कैदियों को ही लेने का फैसला किया है जिनकी निगेटिव रिपोर्ट संबंधित जेल प्रबंधन को दी जाएगी। यानि अगर किसी आरोपित को पकड़ने के बाद पुलिस को पहले उस आरोपित की कोरोना जांच करवानी होगी।
जम्मू, जागरण संवाददाता। काेरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जम्मू कश्मीर की जेलें भी सतर्क हो गई हैं। कोरोना संक्रमण से जेल में बंद कैदी को बचाया जाए, इसके लिए जेल प्रबंधन ने कुछ फैसले लिए हैं जिनमें अब जेलों में लाए जाने वाले नए कैदियों के लिए भी कुछ दिशा निर्देश जारी किए हैं।
जम्मू कश्मीर जेल विभाग ने जेलों में अब उन कैदियों को ही लेने का फैसला किया है जिनकी निगेटिव रिपोर्ट संबंधित जेल प्रबंधन को दी जाएगी। यानि अगर किसी आरोपित को पकड़ने के बाद पुलिस न्यायिक हिरासत में देने के लिए उसे जेल लेकर आती है तो पुलिस को पहले उस आरोपित की कोरोना जांच करवानी होगी। अगर रिपोर्ट पाॅजिटिव आती है तो जेल प्रबंधन उसे प्रीजन रोल पर लेगा लेकिन उसे निगेटिव होने तक पुलिस की कड़ी निगरानी में जीएमसी अस्पताल में रखा जाएगा। अस्पताल से निगेटिव आने के बाद भी उसे जेल में कुछ दिन अलग से रखा जाएगा।
इसके अलावा अगर कोई नया कैदी चाहे निगेटिव भी जेल में आता है तो उसे कुछ दिन अन्य कैदियों से अलग क्वारंटाइन किया जाएगा और उसकी सेहत नजर रखने के बाद ही उसे अन्य कैदियों के साथ सेल में शिफ्ट किया जाएगा। जेल विभाग ने यह आदेश प्रदेश की सभी जेलों को भेज दिए हैं और उन पर तत्काल प्रभाव से अमल करने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं डीजी जेल वीके सिंह का कहना जेलों में भी कोविड के दिशा निर्देश का सख्ती से पालन किया जा रहा है। जेल में बंद कैदियों को फेस मास्क, सैनिटाइजर मुहैया करवाए जा रहे हैं। उनको खेलकूद में भी व्यस्त रखा जा रहा है ताकि उनकी सेहत ठीक रहे।