Jammu Kashmir: अब बच्चों को पढ़ाई जाएंगी स्कूली शिक्षा के बुनियादी ढांचे-कौशल विकास की पुस्तकें

कौशल विकास विभाग के निदेशक से कहा गयाा है कि वह भी चैप्टर के लिए जानकारियां संबंधित पालीटेक्निक कालेजों और आइटीआइ के प्रिंसिपलों से कहें।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 01:32 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 05:51 PM (IST)
Jammu Kashmir: अब बच्चों को पढ़ाई जाएंगी स्कूली शिक्षा के बुनियादी ढांचे-कौशल विकास की पुस्तकें
Jammu Kashmir: अब बच्चों को पढ़ाई जाएंगी स्कूली शिक्षा के बुनियादी ढांचे-कौशल विकास की पुस्तकें

जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में स्कूली शिक्षा और कौशल विकास पर पुस्तक प्रकाशित की जाएगी। इस पुस्तक में 35 चैप्टर शामिल होंगे। जम्मू-कश्मीर में शिक्षा के बुनियादी ढांचे से लेकर कोरोना के बीच आन लाइन शिक्षा को बढ़ावा देने, सामुदायिक शिक्षा सहित कौशल विकास के चैप्टरों को शामिल किया जाएगा। सितंबर के मध्य में यह पुस्तक प्रकाशित हो जाएगी।

विभाग के नोडल अधिकारी ने बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन जम्मू-कश्मीर की चेयरपर्सन, जम्मू और कश्मीर के निदेशकों, कौशल विकास के निदेशक और समग्र शिक्षा के प्रोजेक्ट निदेशक को पत्र लिख कर पुस्तक के चैप्टरों के लिए पर्याप्त मैटेरियल उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू और कश्मीर के निदेशकों से कहा गया है कि वे संयुक्त निदेशकों, मुख्य शिक्षा अधिकारियों, प्रिंसिपलों, स्टेट इंस्टीट्यूट आफ एजूकेशन, डिस्ट्रिक इंस्टीट्यूट आफ एजूकेशन एंड ट्रेनिग, हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्रिंसिपलों, हाई स्कूलों के हैड मास्टरों से चैप्टर लिखवा कर 20 अगस्त तक प्रशाासनिक विभाग को भेज दें। कौशल विकास विभाग के निदेशक से कहा गयाा है कि वह भी चैप्टर के लिए जानकारियां संबंधित पालीटेक्निक कालेजों और आइटीआइ के प्रिंसिपलों से कहें।

पुस्तक में प्री-प्राइमरी एजूकेशन, एलीमेंटरी एजूकेशन, सेकेंडरी एजूकेशन, एजूकेशन में इंफारमेशन और कंप्यूटर टेक्नोलाजी का प्रयोग, सामुदायिक शिक्षा, नई शिक्षा नीति 2020, स्टेट काउंसिल फार एजूकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग, जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन की परीक्षा में सुधार, आठ लाख विद्यार्थियों को मिड डे मील योजना का लाभ, समग्र शिक्षा के तहत विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तकें और वर्दियां, आन लाइन कक्षाएं, रेडियो कक्षाएं, अध्यापकों को आन लाइन प्रशिक्षण, कौशल विकास, वोकेशनल शिक्षा, आरटीआई एक्ट, करियर काउंसलिंग, शिक्षा के क्षेत्र में निवेश, स्मार्ट क्लासरूम, गूगल क्लास टूजी व फोर जी मुद्दे, खेल व ज्ञान वर्धक गतिविधियां, आदि के चैप्टर शामिल किए जाएंगे।

पुस्तक प्रकाशित होने के बाद फैसला किया जाएगा कि इसे किस कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाए। दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को यह पुस्तक पढ़ने के लिए उपलब्ध करवाई जा सकती है। इससे जम्मू कश्मीर में स्कूली शिक्षा की सही तस्वीर पेश करने, संबंधित अहम जानकारियां और कौशल विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। 

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