Jammu Kashmir: ट्रेजरियों या बैंकों में जाने की जरूरत नहीं, सरकारी पेमेंट के लिए जीआरएएस पोर्टल लांच

विभाग के अधिकारियों से कहा कि पोर्टल में कुछ सुविधाएं और भी जोड़ी जानी चाहिए ताकि लोगों को अधिक फायदा हो सके। लोग टैक्स या अन्य किसी सुविधा की फीस जमा करवाने के लिए बैंकों या ट्रेजरियों में न जाए इसके लिए पोर्टल को ज्यादा कारगर बनाया जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 10:40 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 10:45 AM (IST)
Jammu Kashmir: ट्रेजरियों या बैंकों में जाने की जरूरत नहीं, सरकारी पेमेंट के लिए जीआरएएस पोर्टल लांच
इस समय जीआरएएस पोर्टल एक्साइज एंड टेक्सऐशन विभाग में पायलट आधार पर चलाया जा रहा है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: वित्त विभाग के वित्तीय आयुक्त डॉ. अरुण कुमार मेहता ने गवर्नमेंट रिस्पिट एकाउंटिंग सिस्टम (जीआरएएस) के ऑनलाइन पोर्टल को लांच किया। इससे लोगों को ट्रेजरियों या बैंकों में नहीं जाना पड़ेगा और सरकारी पेमेंट की रसीद आन लाइन ही हासिल कर सकेंगे।

वित्तीय आयुक्त मेहता ने कहा कि लोगों के फायदे के लिए एसएमएस सेवा भी शुरू की जाएगी। टैक्स या गैर टैक्स की पेमेंट के लिए सभी विभागों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से कहा कि पोर्टल में कुछ सुविधाएं और भी जोड़ी जानी चाहिए ताकि लोगों को अधिक फायदा हो सके। लोग टैक्स या अन्य किसी सुविधा की फीस जमा करवाने के लिए बैंकों या ट्रेजरियों में न जाए, इसके लिए पोर्टल को ज्यादा कारगर बनाया जाएगा।

बैठक में एकाउंट्स एंड ट्रेजरी के महानिदेशक महेश दास ने बताया कि जीआरएएस पोर्टल नागरिकों, व्यापारियों के काम आएगा। सरकार के बिजनेस में अधिक पारदर्शिता लाने में भी मदद मिलेगी। जीआरएएस पोर्टल डब्लयूडब्लयूडब्लयू डाट जेकेजीआरएएसजेकेट्रेजरी डाट जीओवी डाट इन पर उपलब्ध होगा।

इससे ई-चालान सृजित होगा। अधिकारियाें ने वित्तीय आयुक्त को बताया कि इस समय जीआरएएस पोर्टल एक्साइज एंड टेक्सऐशन विभाग में पायलट आधार पर चलाया जा रहा है। बाद में इसे सभी विभागों में लागू किया जाएगा। 

जीएमसी श्रीनगर में डाक्टरों को छुट्टियां: श्रीनगर मेडिकल कालेज और सुपर स्पेयालिटी अस्पताल के फैकल्टी सदस्यों की सर्दियों की छुट्टियां सोमवार से शुरू हो गई। आधे फैकल्टी सदस्यों को 18 जनवरी से 31 जनवरी और शेष को एक फरवरी से 14 फरवरी तक छुट्टियां होगी। उपराज्यपाल के सलाहकार आरआर भटनागर का कहना है कि इस समय स्थिति में सुधार है। अगर जरूरत पड़ी तो छुट्टी पर जाने वाले डाक्टरों को वापिस काम पर बुलाया जा सकता है।

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