आइसीएल व इंडियन लीग में घरेलू खिलाड़ियों को मिलेगी तरजीह

देश के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों को अगले वर्ष आयोजित होने वाली इंडियन सुपर लीग (आइसीएल) और आइ लीग में विदेशियों खिलाड़ियों से अधिक तरजीह दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 May 2020 08:08 AM (IST) Updated:Wed, 13 May 2020 08:08 AM (IST)
आइसीएल व इंडियन लीग में घरेलू खिलाड़ियों को मिलेगी तरजीह
आइसीएल व इंडियन लीग में घरेलू खिलाड़ियों को मिलेगी तरजीह

विकास अबरोल, जम्मू

देश के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों को अगले वर्ष आयोजित होने वाली इंडियन सुपर लीग (आइसीएल) और आइ लीग में विदेशियों खिलाड़ियों से अधिक तरजीह दी जाएगी।

ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) के पदाधिकारियों की वेबिनार के माध्यम से पिछले दिनों बैठक हुई, जिसमें खेलमंत्री किरण रिजिजू सहित भारतीय फुटबॉल टीम के नेशनल कोच इगोर स्टिमक, जम्मू-कश्मीर के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अरुण मल्होत्रा सहित क्रोशिया के ज्लाटको डालिक भी शामिल हुए।

ज्लाटको ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन को सुझाव दिया कि जब तक भारतीय फुटबॉल टीम में विदेशी खिलाड़ियों से अधिक स्थानीय प्रतिभा को तरजीह नहीं मिलेगी तब तक फुटबॉल का भविष्य स्वर्णिम नहीं हो सकेगा और सुनील छेत्री जैसे खिलाड़ी कैसे निखरकर सामने आ सकेंगे।

उन्होंने पांच विदेशी खिलाड़ियों की बजाय चार खिलाड़ियों को टीम में जगह देने का सुझाव दिया। इस पर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने तुरंत उनका सुझाव स्वीकृत किया। अब भविष्य में तीन यूरोपीय देशों और एक एशियन देश से विदेशी खिलाड़ियों को टीम में खेलने का मौका मिल सकेगा। कैंप आयोजित करने से खिलाड़ियों का स्वर्णिम भविष्य बनेगा : मल्होत्रा

पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर अरुण मल्होत्रा ने एआइएफएफ की तकनीकी कमेटी के फैसले को उचित ठहराया है। उन्होंने कहा कि जमीनी सतह पर कोचिग कैंप आयोजित करने से देश के खिलाड़ियों का फुटबॉल में स्वर्णिम भविष्य बन सकता है। उन्होंने बताया कि ज्लाटको डालिक क्रोशिया फुटबॉल टीम के कोच हैं और उनकी अगुवाई में क्रोशिया की फुटबॉल टीम ने वर्ष 2018 में फीफा व‌र्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई थी। उम्मीद है कि इस फैसले से अब देश के अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ी आइसीएल व इंडियन लीग में अपनी प्रतिभा साबित कर सकेंगे।

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