मीर ने कहा कांग्रेस पंचायत उपचुनाव में भाग लेने को तैयार बशर्ते नेताओं को लोगों के बीच जाने की अनुमति मिले

सरकार को या तो पहले करवाए गए चुनाव काे रद्द कर देना चाहिए अन्यथा अबके चुनाव गैर राजनीतिक आधार पर करवाने चाहिए।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 06:13 PM (IST) Updated:Mon, 17 Feb 2020 06:13 PM (IST)
मीर ने कहा कांग्रेस पंचायत उपचुनाव में भाग लेने को तैयार बशर्ते नेताओं को लोगों के बीच जाने की अनुमति मिले
मीर ने कहा कांग्रेस पंचायत उपचुनाव में भाग लेने को तैयार बशर्ते नेताओं को लोगों के बीच जाने की अनुमति मिले

जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में पंचायत उपचुनाव राजनीतिक आधार पर करवाए जाने के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला है। पार्टी के प्रदेश प्रधान जीए मीर ने पार्टी मुख्यालय शहीदी चौक में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस चुनाव में भाग लेने के लिए तैयार बशर्ते उनके नेताओं को लोगों के बीच जाने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल पहले साल 2018 में पंचायत चुनाव गैर राजनीतिक आधार पर करवाए गए। उस समय ग्यारह हजार से अधिक सीटें पर चुनाव नहीं हो पाए। अब सरकार ने राजनीतिक आधार पर चुनाव करवाने का एलान कर दिया।

सरकार को या तो पहले करवाए गए चुनाव काे रद्द कर देना चाहिए अन्यथा अबके चुनाव गैर राजनीतिक आधार पर करवाने चाहिए। भाजपा पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के 73 और 74 वे संशोधन के प्रावधानों को कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ लड़कर लागू करवाया था लेकिन जब पीडीपी-भाजपा सरकार सत्ता में आई तो पंचायत कानून में बदलाव कर दिया गया। सरपंचों को नामांकित करने का प्रावधान लागू कर दिया। कांग्रेस ने इसका कड़ा विरोध किया और तत्कालीन राज्यपाल एनएन वोहरा ने उसे वापिस लिया। भाजपा पर लोगों को धोखा देने और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए मीर ने कहा कि पिछले उपचुनाव में जिन इलाकों में एक दो सदस्य चुने थे वहां से ब्लाक डेवलपमेंट चेयरमैन बना दिए गए। उन्होंने कश्मीर के कुछ इलाकों को भी जिक्र किया।

मीर ने कहा कि पार्टी पंचायत उपचुनाव में भाग लेने के लिए तैयार है लेकिन पहले उनके नेताओं को लोगों के बीच जाकर उम्मीदवारों को तैयार करने का मौका तो दिया जाए। उन्होंने कहा कि मैने अपनी नब्बे साल की मां को देखने के लिए जाने का आग्रह किया था लेकिन आज तक इस संबंध में मुझे कोई जवाब नहीं मिला। मैने अब चुनाव के सिलसिले में जम्मू से बाहर जाने के लिए पुलिस प्रशासन से इजाजत मांगी थी लेकिन कहा गया कि जम्मू नहीं छोड़ सकते। हम चुनाव का बहिष्कार नहीं कर रहे है चाहे परिणाम कुछ भी आए लेकिन जब हमारे नेताओं को प्रचार करने की अनुमति ही नहीं है तो फिर यह कैसे संभव होगा। हम लोगों से अपील कर रहे है कि वे अच्छे उम्मीदवारों को विजय करवा कर सामने लाए। 

chat bot
आपका साथी