मां वैष्णो देवी मार्ग पर वन विभाग ने तेंदुए का बच्चा पकड़ा, मादा तेंदुए-दूसरे बच्चे की तलाश जारी

मादा तेंदुआ और उसका दूसरा बच्चा वहां से भाग निकलने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि पकड़े गए तेंदुए की उम्र करीब एक साल है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 17 Apr 2020 12:40 PM (IST) Updated:Fri, 17 Apr 2020 12:40 PM (IST)
मां वैष्णो देवी मार्ग पर वन विभाग ने तेंदुए का बच्चा पकड़ा, मादा तेंदुए-दूसरे बच्चे की तलाश जारी
मां वैष्णो देवी मार्ग पर वन विभाग ने तेंदुए का बच्चा पकड़ा, मादा तेंदुए-दूसरे बच्चे की तलाश जारी

कटड़ा, संवाद सहयोगी। आखिरकार वन विभाग की मेहनत रंग लाई। बीती रात कटड़ा के एशिया चौक के पास वन विभाग द्वारा लगाए गए ट्रैप केज यानी पिंजरे में तेंदुआ फंस गया। इस तेंदुए की मां और उसके दूसरे बच्चे की तलाश अभी भी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की मां आसपास ही विचरण कर रही होगी। जल्द ही उसे भी पकड़ लिया जाएगा। तेंदुए के पकड़े जाने की खबर सुबह जैसे ही कस्बे में फैली लोगों ने राहत की सांस ली। कटड़ा कस्बे, यात्रा मार्ग व आसपास के पहाड़ी इलाकों में खुले आम घूम रहे इन तेंदुए के कारण लोगों में काफी दहशत बन गई है। रात होते ही लोग अपने घरों में सिमट जाने को मजबूर हो गए हैं। यही नहीं मवेशियों को भी बंद कमरों में ही रखा जा रहा है।

कटड़ा के एशिया चौक क्षेत्र में मादा तेंदुआ अपने दो अन्य बच्चों के साथ करीब दो सप्ताह से है। उन्होंने पिछले दिनों एक कुत्ते का अपना शिकार बना लिया। उसके बाद भी वह खाने के लिए मुख्य मार्ग व आसपास के इलाकों में घूमते हुए देखी गई। लॉकडाउन की वजह से लोगों व वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो जाने की वजह से अब ये मादा रिहायशी इलाकों के समीप पहुंच गई है।

सूचना के आधार पर पिछले चार दिनों से वन विभाग के कर्मचारी मादा तेदुआ व उसके बच्चों को पकड़ने के लिए जगह-जगह पिंजरे लगा रहे हैं। परंतु हर बार वे असफल हो रहे थे। बीती रात आखिरकार वे एक तेंदुए को पकड़ने में सफल रहे। वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने एशिया चौक के साथ लगते जंगल में पिंजरा लगाया था। तेंदुए को आकर्षित करने के लिए उसमें कुत्ते को रखा था। परंतु मादा तेंदुए की जगह उसके दो बच्चों में से एक बच्चा पिंजरे में फंस गया। मादा तेंदुआ और उसका दूसरा बच्चा वहां से भाग निकलने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि पकड़े गए तेंदुए की उम्र करीब एक साल है।

तेंदुए के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही पुलिस के साथ ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे इलाके को सील कर दिया है ताकि लॉकडाउन के बीच तेंदुए को देखने के लिए लोगों की भीड़ वहां एकत्र न हो जाए।

कटड़ा ब्लॉक के वन विभाग के अधिकारी मनोहर आनंद ने बताया कि मादा तेंदुए व उसके दोनों बच्चों को पकड़ने के लिए जीपीएस सिस्टम से ट्रैकिंग की जा रही थी। इन पर लगातार विभाग की नजर है। मादा तेंदुए का एक बच्चा पिंजरे में आ गया है। यह बच्चा नगरोटा के पास जम्बू जू में छोड़ दिया जाएगा। मादा तेंदुआ व उसके दूसरे बच्चे को पकड़ने के लिए दो अन्य पिंजरे मंगवाए जा रहे हैं। इन्हें यहीं पर स्थापित किया जाएगा। मनोहर ने बताया कि यह वही मादा तेंदुआ है जो बीते दिनों मां वैष्णो देवी के नए ताराकोट मार्ग पर बाणगंगा क्षेत्र में देखी गई थी।

विभाग पूरे इलाके पर निरंतर जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से नजर रखे हुए हैं। कोई अन्य जंगली जानवर या तेंदुआ नजर में आता है तो तुरंत उसे भी पकड़ा जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन होने की वजह से कटड़ा व यात्रा मार्ग पर सभी व्यापारी प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद होने की वजह से ये जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं। हालांकि इससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ परंतु वन विभाग की इस कार्रवाई के चलते कहीं न कहीं लोगों ने राहत की सांस ली है।

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