Kashmir army recruitment rally: युवाओं का जुनून बदल रहा कश्मीर की तकदीर, हजारों युवा फौजी बनने भर्ती केंद्र पहुंचे

भर्ती रैली में आए 20 साल के वकार यूनुस ने बताया कि वह एक बार पहले भी भर्ती रैली में भाग ले चुके हैं लेकिन चयन नहीं हो पाया था।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 11:20 AM (IST) Updated:Mon, 14 Oct 2019 11:20 AM (IST)
Kashmir army recruitment rally: युवाओं का जुनून बदल रहा कश्मीर की तकदीर, हजारों युवा फौजी बनने भर्ती केंद्र पहुंचे
Kashmir army recruitment rally: युवाओं का जुनून बदल रहा कश्मीर की तकदीर, हजारों युवा फौजी बनने भर्ती केंद्र पहुंचे

जम्मू, राज्य ब्यूरो। आतंकवाद के कारण विश्वभर में चर्चा में रहने वाले कश्मीर की तकदीर अब यहां का युवा बदल रहा है। युवाओं की सोच बदली है और उन्होंने कश्मीर को नई दिशा देने की ठान ली है। कश्मीरी युवा अब आतंकियों व अलगाववादियों के छलावे में आकर गुमराह होने की बजाय सेना में भर्ती हो देश सेवा करने को तैयार है। यही कारण है कि कश्मीर के रंगरेथ में जारी सेना की भर्ती रैली में रोजाना हजारों युवा पहुंच रहे हैं। दक्षिण कश्मीर के युवाओं का जुनून देखते ही बन रहा है। भर्ती रैली के दूसरे दिन भी पुलवामा, अनंतनाग और कुलगाम जिलों से करीब दो हजार युवा रंगरेथ स्थित सैन्य भर्ती केंद्र पहुंचे। युवाओं में जोश इतना था कि उन्हें नियंत्रित करने के लिए सेना को विशेष प्रबंध करने पड़े। यह भर्ती रैली सोमवार को भी जारी रहेगी।

रैली स्थल पर लगी थी लंबी लाइनें

दक्षिण कश्मीर के विभिन्न जिलों से युवा सुबह ही भर्ती स्थल पर पहुंचने लगे थे। भर्ती स्थल की ओर जाने वाले वाहन युवाओं से भरे थे। भर्ती स्थल पर गेट के भीतर युवाओं को भेजने के लिए लाइनें लगवाई गई थीं। एक-एक कर उन्हें भीतर भेजा जा रहा था। भर्ती स्थल पर युवाओं के शारीरिक जांच हो रहे थे। युवाओं ने भर्ती होने के लिए अपना पूरा दमखम लगाया हुआ है। दौड़ के अलावा उनकी शरीरिक जांच भी हो रही है। यही नहीं युवाओं की शैक्षिक दस्तावेजों की जांच भी हो रही है। सभी टेस्ट पास होने वालों की लिखित परीक्षा होगी। भर्ती रैली में पहुंचे युवाओं का कहना है कि वे देश सेवा के लिए ही भर्ती रैली में आए हैं।

भर्ती के लिए तीन महीने से कर रहे तैयारी

भर्ती रैली में आए 20 साल के वकार यूनुस ने बताया कि वह एक बार पहले भी भर्ती रैली में भाग ले चुके हैं, लेकिन चयन नहीं हो पाया था। इस बार उम्मीद है कि भर्ती हो जाएगी। इसके लिए तीन महीने से तैयारी कर रहे हैं। उन्हें किसी की धमकियों की परवाह नहीं है। यूनुस के साथ आए मोहम्मद यासिन व अरबाज का भी कहना था कि सेना में भर्ती होने से देश सेवा का मौका मिलता है। उन्हें किसी का भय नहीं है। अगर उन्हें सेना में शामिल होकर आतंकियों से लड़ने का मौका मिलता है तो फख्र होगा। रक्षा मंत्रलय के प्रवक्ता के अनुसार स्थानीय लोगों के आग्रह पर यह भर्ती हो रही है। इसमें बड़ी संख्या में युवा पहुंच रहे हैं।

220 युवाओं को मिली नौकरी

अनुच्छेद 370 के हटने के बाद राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी खुल गए है। रविवार को आयोजित रोजगार मेले में राज्य के 220 युवाओं को नौकरी मिली। यह युवा विभिन्न कंपनियों में चंडीगढ़ जोन में काम करेंगे। इन युवाओं को सालाना न्यूनतम 1.20 लाख रुपये वेतन का पैकेज मिलेगा। रविवार को पॉलीटेक्निक कॉलेज जम्मू में हिमायत मिशन मैनेजमेंट ने स्टेट रुरल लाइविलीहुड मिशन, नाबार्ड और अन्य प्रोजेक्ट एजेंसियों के सहयोग से रोजगार मेला करवाया था, जिसमें 13 कंपनियां पहुंची थी। हिमायत प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण लेने वाले 289 उम्मीदवारों ने भाग लिया, जिनमें से 220 युवाओं को 1.20 लाख रुपये वेतन के पैकेज के साथ रोजगार दिया गया। हिमायत मिशन के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर कपिल शर्मा ने कहा कि हमारी कोशिश निरंतर जारी रहेगी कि अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध करवाया जाए। उन्होंने कहा कि आज हुए रोजगार मेले में 220 युवाओं को नौकरी मिली है, जिन्हें नियुक्त पत्र भी बांटे गए। मेले में फिल्पिकार्ड, सिविगी, इकॉम एक्सप्रेस, वेल्सपुन, कंपीटेंट सेनर्जी, प्लान रियाल्टी सहित कई और कपंनियां पहुंची थी, जिन्होंने युवाओं को चयनित किया है। जिनका नौकरियों में चयन हुआ है उन्हें चंडीगढ़ जोन में काम करने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि हिमायत योजना के तहत जम्मू कश्मीर के 15 से लेकर 35 साल तक के युवाओं को कौशल विकास की निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है।

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