Kashmir Apple : अब कश्मीर से एक दिन छोड़कर रवाना होंगे सेब के ट्रक, दैनिक बुलेटिन भी जारी किया जाएगा

प्रतिदिन हजारों ट्रक सेब अन्य राज्यों को भेजा जा रहा है। रामबन के आसपास भूस्खलन के कारण बार-बार हाईवे जाम हो जाता रहा है। ऐसे में यह ट्रक हाईवे पर फंस जाते हैं। सेब व्यापारी और किसान अपने ट्रकों को प्राथमिकता के आधार पर निकालने की मांग उठा रहे हैं।

By naveen sharmaEdited By: Publish:Wed, 28 Sep 2022 06:38 AM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2022 06:38 AM (IST)
Kashmir Apple : अब कश्मीर से एक दिन छोड़कर रवाना होंगे सेब के ट्रक, दैनिक बुलेटिन भी जारी किया जाएगा
कश्मीर में 25 लाख मीट्रिक टन सेब पैदा होता है, करीब 35 लाख लोग प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से रोजगार कमाते हैं।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर सेब से लदे ट्रकों को कथित तौर पर रोके जाने के मुद्दा सियासी रंग लेता नजर आ रहा है। शोपियां के साथ सोपोर की फल मंडी भी मंगलवार को बंद रही। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सेब व्यापारियों के धरने में शामिल हुईं और सेब ट्रकों को प्राथमिकता के आधार पर निकालने की मांग की।

उन्होंने हाईवे जाम करने की भी चेतावनी दी। विवाद बढ़ता देख मुख्य सचिव ने अधिकारियों की बैठक बुलाकर तुरंत कारगर उपाय करने के आदेश दिए। यह निर्णय हुआ कि अब एक दिन छोड़कर सेब के ट्रक निकाले जाएंगे। साथ ही इसका दैनिक बुलेटिन भी जारी किया जाएगा।

यहां बता दें कि इस समय कश्मीर में सेब का सीजन चल रहा है और प्रतिदिन हजारों ट्रक सेब अन्य राज्यों को भेजा जा रहा है। रामबन के आसपास भूस्खलन के कारण बार-बार हाईवे जाम हो जाता रहा है। ऐसे में यह ट्रक हाईवे पर फंस जाते हैं। सेब व्यापारी और किसान अपने ट्रकों को प्राथमिकता के आधार पर निकालने की मांग उठा रहे हैं। उनका आरोप है कि उनके ट्रकों के फंसने के कारण सेब खराब हो रहा है और उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। कश्मीर में करीब 25 लाख मीट्रिक टन सेब पैदा होता है और करीब 35 लाख लोग इससे प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से रोजगार कमाते हैं।

हाईवे पर यहां-वहां न खड़ा करें ट्रक : इस बीच, मुख्य सचिव डा अरुण कुमार मेहता ने मंगलवार को हाईवे पर सेब से लदे ट्रकों की निर्बाध आवाजाही के प्रबंधों का जायजा लिया। बैठक में बताया गया सभी भारी मोटर वाहनों को अब एक दिन छोड़कर सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक जम्मू की तरफ भेजे जाएंगे। इसके साथ ही सभी ट्रक चालकों और सेब व्यापारियों को हाईवे पर कहीं भी स्वेच्छा से अपने ट्रक खड़ा नहीं करने के आदेश दिए। ट्रक उसी दिन मंडी या बाग से निकलें जिस दिन उनके जाने की अनुमति हो।

उन्होंने भूस्खलन से बंद हुए हाईवे के कारण फंसे भारी वाहनों व रवाना किए गए ट्रकों पर नियमित बुलेटिन जारी करने का आदेश दिया। सभी संवेदनशील स्थानों पर ट्रैफिक को सुचारू बनाने के लिए प्रभावी सूचना तंत्र भी विकसित करने को कहा। साथ ही ट्रकों को मुगल रोड से निकालने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। ट्रकों को रोका जाना एक तरह से आर्थिक आतंकवाद ही है। दिल्ली में बैठे लोग कहते हैं कि कश्मीर में आतंकी ङ्क्षहसा को समाप्त कर देंगे, लेकिन यहां बागवानी को तबाह किया जा रहा है। अगर सेब के ट्रकों की निर्बाध आवाजाही की अनुमति नहीं दी गई तो हम हाईवे पर किसी भी वाहन को नहीं चलने देंगे। - महबूबा मुफ्ती, पूर्व मुख्यमंत्री बागवानी कश्मीर की अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ है। सेब के ट्रकों को हाईवे पर रोके जाने से कश्मीर के सेब बागवान बर्बाद हो जाएंगे। मेरी प्रधानमंत्री से अपील है कि अफगानिस्तान के रास्ते आ रहे ईरानी सेब की आमद को नियंत्रित करें। - अल्ताफ बुखारी, चेयरमैन जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी सेब के ट्रकों को हाईवे पर तीन चार दिन तो कई बार एक सप्ताह तक रोका जा रहा है। यह कश्मीर की अर्थव्यवस्था विशेषकर ग्रामीण इलाकों की अर्थव्यवस्था को बरबाद करने जैसा है। कश्मीर के सेब व्यापारी और उत्पादक कोई सरकारी नौकरी या पैकेज नहीं मांग रहे हैं, वह अपने ट्रकों के लिए रास्ता मांग रहे हैं। - सज्जाद गनी लोन, अध्यक्ष, जम्मू कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस 

chat bot
आपका साथी