Article 370: जितेंद्र सिंह ने कहा अनुच्छेद 370 की आड़ में नेकां ने की अपने फायदे की सियासत

कश्मीर के मौजूदा हालात को लेकर नेकां सांसदों के आरोपों पर डा जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वहां पर हालात पूरी तरह से सामान्य है। संडे बाजार में उमड़ रही लोगों की भीड़ इसका सबूत है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 11:52 AM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 12:47 PM (IST)
Article 370: जितेंद्र सिंह ने कहा अनुच्छेद 370 की आड़ में नेकां ने की अपने फायदे की सियासत
Article 370: जितेंद्र सिंह ने कहा अनुच्छेद 370 की आड़ में नेकां ने की अपने फायदे की सियासत

जम्मू, राज्य ब्यूरो। प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डाॅ जितेन्द्र सिंह ने नेशनल कांफ्रेंस पर जम्मू कश्मीर में स्वार्थी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्टी ने अनुच्छेद 370 काे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। संसद में बहस के दाैरान डाॅ जितेन्द्र सिंह ने नेशनल कांफ्रेंस द्वारा उठाए गए मुद्दों का जवाब देते हुए कहा कि 370 के कारण ही शेख अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा का कार्यकाल पांच साल के बजाए छह साल रखा। वहीं नेकां पर मनमर्जी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने शेख अब्दुल्ला के जन्मदिन व सरकारी छुट्टी कर दी। वहीं श्यामा प्रसाद मुखर्जी व महाराजा के जन्मदिन पर छुट्टी की मांग को इस पार्टी ने लगातार नजरअंदाज किया। पार्टी ने वहीं फैसले किए जो उसे सूट करते थे।

कठुआ मामले का जिक्र करते हुए डा जितेन्द्र सिंह ने कहा कि लोगों की पुरजोर मांग के बाद भी कश्मीर केंद्रित पार्टी ने मामले की जांच सीबीआई को नही सौंपी। अब जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बन जाने के बाद कोई भी कश्मीर केंद्रित पार्टी सीबीआई को लेकर जम्मू कश्मीर में मनमर्जी नही कर सकती है। वही कश्मीर के मौजूदा हालात को लेकर नेकां सांसदों के आरोपों पर डा जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वहां पर हालात पूरी तरह से सामान्य है। संडे बाजार में उमड़ रही लोगों की भीड़ इसका सबूत है। उन्होंने कहा कि जहां तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध की बात है तो उससे आतंकवाद को रोकने में मदद मिली है।

दरअसल डॉ जितेंद्र सिंह अनंतनाग संसदीय क्षेत्र के नेशनल कॉन्फ्रेंस सांसद हसनैन मसूदी द्वारा सदन में कश्मीर हालात पर रखे अपने विचारों का जवाब दे रहे थे। सांसद ने डिमांड्स फॉर ग्रांट्स पर बहस में भाग लेते हुए कहा कि कश्मीर में अभी भी राजनीतिक नेताओं को घर में नजरबंद रखा गया है। यही नहीं इंटरनेट बंद होने से छात्रों, उद्यमियों के लिए परेशानी पैदा कर रहा है।

chat bot
आपका साथी