खेल कोटे में नौकरी घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग

खेल कोटे में नौकरी घोटाले का मामला लगातार गरमा रहा है। अब इस घोटाले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग उठने लगी है

By Edited By: Publish:Sun, 09 Feb 2020 10:35 AM (IST) Updated:Sun, 09 Feb 2020 03:17 PM (IST)
खेल कोटे में नौकरी घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग
खेल कोटे में नौकरी घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग

जम्मू, जागरण संवाददाता । खेल कोटे में नौकरी घोटाले का मामला लगातार गरमा रहा है। अब इस घोटाले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग उठने लगी है। प्रदेश यूथ कांग्रेस के स्पो‌र्ट्स सेल ने उपराज्यपाल जीसी मुर्मू से मामले को संज्ञान में लेते हुए क्राइम ब्रांस से जांच कराने की मांग की है। साथ ही कहा कि अगर सात दिन में इस संबंध में कोई पहल न की गई तो आंदोलन किया जाएगा। कोर्ट में स्टे के बावजूद बिजली विभाग में खेल कोटे से नौकरी दिए जाने में तीन जूनियर इंजीनियरों को बर्खास्त किया जा चुका है।

दैनिक जागरण ने यह मुद्दा उठाया  

दैनिक जागरण यह मुद्दा लगातार उठा रहा है कि आखिर बिना स्टेट स्पो‌र्ट्स काउंसिल की अधिसूचना के जीएडी से कैसे नियुक्त पत्र जारी कर दिए गए। बिजली विभाग में आखिर कैसे उन्हें नौकरी दे दी गई, कहीं पर भी प्रमाणपत्रों की जांच क्यों नहीं हुई? शनिवार को प्रदेश युवा कांग्रेस स्पो‌र्ट्स सेल के चेयरमैन एडवोकेट रणजोध ¨सह ने प्रेस वार्ता में कहा कि यह केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का अब तक सबसे बड़ा घोटाला है। वर्ष 2014 के बाद से खेल कोटे एसआरओ-349 के तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले किसी भी खिलाड़ी को सरकारी नौकरी नहीं मिली है। कोर्ट में यह मामला विचाराधीन है तो ऐस में कैसे ऐसे लोगों की सरकारी विभागों में नियुक्ति कर दी गई जिनका खेलों से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है।

जेएंडके यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष उदय चिब ने कहा कि अभी तो फिलहाल जम्मू से तीन लोग ही सामने आए है, जिन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है लेकिन कश्मीर संभाग से भी कुछ लोग खेल कोटे के आधार पर सरकारी नौकरी पाने में कामयाब रहे हैं। इसका पर्दाफाश करना बहुत जरूरी है। ऐसे लोगों की पहचान करना बहुत जरूरी है जो जायज खिलाड़ियों का हक मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार जम्मू-कश्मीर में खेलों को बढ़ावा देने की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर खिलाड़ियों को हक मारकर सरकारी नौकरी घोटाले मामला सामने आना बड़ी शर्मनाक बात है। इस अवसर पर एनएसयूआइ के जिला प्रधान सन्नी परिहार, विष्णु चाढ़क सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

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