पहले चरण के लिए सज गया मैदान, धुरंधर तैयार

जम्मू-पुंछ में सीधा मुकाबला बारामूला में टेढ़ी खीर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Mar 2019 09:53 AM (IST) Updated:Tue, 26 Mar 2019 09:53 AM (IST)
पहले चरण के लिए सज गया मैदान, धुरंधर तैयार
पहले चरण के लिए सज गया मैदान, धुरंधर तैयार

राज्य ब्यूरो, जम्मू : लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मैदान सज गया है। चुनावी दंगल में जोर-आजमाइश करने वाले धुरंधरों की स्थिति भी लगभग साफ हो गई है। सोमवार को जम्मू-पुंछ सीट और बारामुला-कुपवाड़ा सीट के लिए नामांकन भरने का अंतिम दिन था। जम्मू-पुंछ सीट के लिए दो उम्मीदवारों के पहले पर्चा भरने और 35 और के नामांकन करने के साथ इस सीट पर प्रत्याशियों की संख्या 37 हो गई है। वहीं बारामुला-कुपवाड़ा से कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। 28 अप्रैल को नाम वापस लेने के अंतिम दिन उम्मीदवारों की स्थिति पूरी तरफ स्पष्ट हो जाएगी। दोनों सीट के लिए मतदान 11 अप्रैल को होगा।

माना जा रहा है कि जम्मू-पुंछ सीट के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच होगा, जबकि कश्मीर की बारमुला सीट का चुनाव टेढ़ी खीर साबित होगा। भाजपा ने जम्मू-पुंछ से सांसद जुगल किशोर शर्मा को फिर से उम्मीदवार बनाया है, तो कांग्रेस ने पूर्व मंत्री रमण भल्ला को मैदान में उतारा है। भले ही इस सीट के लिए 37 उम्मीदवार मैदान में हों, लेकिन असली मुकाबला दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के बीच ही है।

21 साल से टक्कर चल रही :

वर्ष 1998 के बाद से ही इस सीट के लिए भाजपा व कांग्रेस में टक्कर चल रही है। इससे पहले जम्मू-पुंछ में कांग्रेस का ही पलड़ा भारी रहा था। संसदीय क्षेत्र चार सीमांत जिलों जम्मू, सांबा, राजौरी व पुंछ जिलों पर आधारित है। क्षेत्र के कुल मतदाताओं की संख्या 18, 48,553 है।

कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस की सीट : वर्ष 2014 के संसदीय चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार जुगल किशोर शर्मा विजयी रहे थे। 13,05,078 वोटों में से 6,19,995 वोट जुगल को मिले थे। उन्होंने कांग्रेस के मदन लाल शर्मा को ढाई लाख वोटों से अधिक के अंतर से पराजित किया था। वर्ष 2009 और 2004 के संसदीय चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मदन लाल शर्मा जीते थे। वहीं वर्ष 1998 व 1999 में इस सीट से भाजपा के वैद्य विष्णु दत्त विजयी रहे थे।

बारामुला में कड़ा मुकाबला :

कश्मीर की बारामुला-कुपवाड़ा सीट पर इस बार मुकाबला टेढ़ी खीर साबित होने वाला है। भले ही इस सीट के लिए 14 उम्मीदवार ही मैदान में हैं, लेकिन कड़ा मुकाबला तय है। मुख्य टक्कर कांग्रेस, पीडीपी व नेशनल कांफ्रेंस में है। इस बार पीपुल्स कांग्रेस व भाजपा के उम्मीदवार भी मैदान में हैं। नेशनल कांफ्रेंस ने अकबर लोन, पीडीपी ने क्यूम वानी, कांग्रेस ने हाजी फारूक अहमद मीर, पीपुल्स कांफ्रेंस ने राजा एजाज अली, भाजपा ने एमएम वार को उम्मीदवार बनाया है। लंगेट के निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद भी मैदान में हैं। इस सीट पर कोई भी उम्मीदवार चुनावी गणित को बिगाड़ सकता है। इस पूरे क्षेत्र में लगभग साढ़े ग्यारह लाख मतदाता हैं। उत्तरी कश्मीर के तीन जिलों बारामुला, बांडीपोर और कुपवाड़ा पर आधारित बारामुला क्षेत्र में 15 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। पूरे क्षेत्र में नेकां, कांग्रेस और पीडीपी तीनों का अच्छा खासा प्रभाव है। वर्ष 2014 में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के मुजफ्फर हुसैन बेग यहां से चुनाव जीत सांसद बने थे।

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