Jammu Kashmir: वेरिफिकेशन फार्म विवाद के बाद जम्मू पुलिस ने जारी किया नया फार्म, अब केवल किरायेदार का ब्यौरा मांगा

लोगों की पहचान के लिए जम्मू पुलिस की अपील पर जिला आयुक्त जम्मू सुषमा चौहान ने आदेश जारी कर जम्मू जिले में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को यह कहा है कि यदि वह अपने घर या दुकान पर किरायेदार रखते है तो उसकी पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवाए।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 09 Nov 2020 12:40 PM (IST) Updated:Mon, 09 Nov 2020 12:40 PM (IST)
Jammu Kashmir: वेरिफिकेशन फार्म विवाद के बाद जम्मू पुलिस ने जारी किया नया फार्म, अब केवल किरायेदार का ब्यौरा मांगा
आतंकी संगठनों की मदद करने वाले ओवरग्राउंड वर्कर्स भी जम्मू में आने की फिराक में रहते हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता: विवादों में आए पुलिस विभाग के किरायेदारों के सत्यापन फाॅर्म को वापिस लेने के बाद जम्मू पुलिस ने अब नया फार्म जारी किया हैं। पुलिस ने नए फार्म में केवल किरायेदार के बारे में जानकारी मांगी हैं। इस फार्म में किरायेदार का असली पता, उसके सरकारी पहचान पत्र की कापी, क्या पर कोई आपराधिक मामला दर्ज हैं और परिवार की जानकारी मांगी गई हैं। इससे पूर्व पुलिस ने घर पर किरायेदार रखने वाले मकान मालिक से उसके परिवार के सदस्यों के नाम और फोन नंबर भी मांगे थे।

परिवार की महिला सदस्यों की जानकारी देने को लेकर लोगों ने इस फाॅर्म का विरोध किया था। जिसके बाद जम्मू जोन के इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस मुकेश सिंह ने सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल कर लोगों को सत्यापन फार्म को वापिस लेने की बात कहीं थी। आईजीपी जम्मू मुकेश सिंह के निर्देश पर तुरंत हरकत में आई जम्मू पुलिस ने सोमवार को किरायेदारों के सत्यापन के लिए जारी पुलिस फाॅर्म को रद कर उसके स्थान पर नया फार्म जारी किया हैं।

दरअसल, दरबार मूव के साथ कश्मीर में कई लोग जम्मू की ओर रुख कर लेते हैं। इन लोगों की आड़ में आतंकी संगठनों की मदद करने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर्स भी जम्मू में अपने अड्डे बनाने की फिराक में रहते हैं। ताकि वह चोरी छुपा वहां रह कर आतंकियों की मदद कर सके। ऐसे लोगों की पहचान के लिए जम्मू पुलिस की अपील पर जिला आयुक्त जम्मू सुषमा चौहान ने आदेश जारी कर जम्मू जिले में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को यह कहा है कि यदि वह अपने घर या दुकान पर किरायेदार रखते है तो उसकी पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवाए।

जिला आयुक्त के इस आदेश के बाद यदि कोई किरायेदार की पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाता तो उसके विरुद्ध पुलिस थाने में आपराधिक मामला दर्ज किया जाता हैं।

पुराने फार्म में यह था विवाद: जम्मू पुलिस के सत्यापन फार्म में पुलिस ने मकान मालिक और उसके परिवार की जानकारी मांगी थी। जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। लोगों कोे अपने परिवार की महिला सदस्यों की जानकारियां देने पर आपत्ति थी। इसके अलावा घर की तस्वीर, जीपीएस लोकेशन जैसी जानकारियां भी मांगी गई थी।

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