जम्मू-कश्मीर स्पोटर्स काउंसिल ने खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों को सम्मानित कर की खानापूर्ति

शनिवार को मौलान आजाद स्टेडियम में खिलाड़ियों को यह सम्मान थमाया गया। सम्मानित होने पर खिलाड़ियों ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का आभार जताया कि अाखिर लंबे इंजतार के बाद उन्हें यह सम्मान मिल गया। उन्हें लगने लगा था कि सरकार उन्हें यह सम्मान देगी ही नहीं।

By VikasEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 08:38 PM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 08:38 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर स्पोटर्स काउंसिल ने खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों को सम्मानित कर की खानापूर्ति
48 बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को उनके ही साथ वरिष्ठ कोच और प्रशिक्षकों को परशुराम सम्मान दिया।

जम्मू, जागरण संवाददाता । वर्षो खेल मैदानों में खून पसीना एक करने के बाद सम्मानित हुए विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों एवं परीक्षकों को वर्षो के इंतजार के बाद घोषित हुए सम्मान थमा दिए गए।खेलों के प्रोत्साहन की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले आला अधिकारियों, उपराज्यपाल के सलाहकारों, सचिव खेल परिषद के पास इतना समय भी नहीं था कि देश, जम्मू-कश्मीर का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों को तरीके से सम्मानित किया जाता। हालांकि हर हाल में खुश रहने की आदत बना चुके सम्मानित होने वाले खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक इस बात से ही संतुष्ट थे कि चलो अाखिर वर्ष 2012 से हर वर्ष घोषित होने वाले पुरस्कार देने की याद तो आई।

साधे से एक समारोह में 18 खिलाड़ियों और 48 बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को उनके ही साथ वरिष्ठ कोच और प्रबंधक ने शेर-ए-कश्मीर पुरस्कार और प्रशिक्षकों को परशुराम सम्मान दिया।समनित होने वालों को बता दिया गया कि नकद राशि उनके खाते में डाल दी जाएगी। समृति चिन्ह थमा कर खानापूर्ति कर दी।ज्ञातव्य है कि शेर-ए-कश्मीर अवार्ड राज्य के खिलाड़ियों को मिलने वाला एक बहुत ही प्रतिष्ठित अवार्ड है।सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों ने दबी आवाज में ही सही कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में खिलाड़ियों का भविष्य क्या होगा। सरकार खेलों को लेकर कितनी गंभीर है इस सम्मान समारोह ने दर्शा दिया है। हालांकि सादा समारोह करने के पीछे बोविड-19 के चलते जारी सावधानियों का बहाना बनाया गया है। खिलाड़ियों का कहना था कि दूसरे कई कार्यक्रम तो बड़े सलीके से हो रहे हैं। शारीरिक दूरी बनाकर इन खिलाड़ियों को राजभवन में भी तो सम्मानित किया जा सकता था। लेकिन अक्सर खिलाड़ियों के साथ इस तरह की उपेक्षा होती रही है।

शनिवार को मौलान आजाद स्टेडियम में खिलाड़ियों को यह सम्मान थमाया गया। सम्मानित होने पर खिलाड़ियों ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का आभार जताया कि अाखिर लंबे इंजतार के बाद उन्हें यह सम्मान मिल गया। कुछ खिलाड़ियों का तो कहना था कि उन्हें तो लगने लगा था कि शायद अब सरकार उन्हें यह सम्मान देगी ही नहीं। बेहतर होता अगर उपराज्यपाल या उनका कोई सलाहकार उनकी पीठ पर हाथ रखता।  खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को यह अवार्ड जम्मू-कश्मीर स्पोटर्स काउंसिल के प्रबंधक सतीश गुप्ता और एसपी सिंह ने दिए। खिलाड़ियों को सरकार की ओर से ट्रैक सूट और प्रमाण पत्र सौंपे गए। इनामी राशि सम्मानित हुए खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के खाते में ट्रांसफर करने का आश्वास दिया गया है।

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