Jammu Kashmir Lockdown Effect: दूरदराज क्षेत्रों में रेडियो से पढ़ाने की तैयारी, 10वीं-12वीं के विद्यार्थियों के लिए लेक्चर प्रसारित किए जाएंगे

शिक्षा प्रसारण कार्यक्रम के तहत करीब 20 वर्ष पहले रेडियो कश्मीर जम्मू से विद्यार्थियों के लिए कार्यक्रम का प्रसारण होता था।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 22 Apr 2020 11:54 AM (IST) Updated:Wed, 22 Apr 2020 11:54 AM (IST)
Jammu Kashmir Lockdown Effect: दूरदराज क्षेत्रों में रेडियो से पढ़ाने की तैयारी, 10वीं-12वीं के विद्यार्थियों के लिए लेक्चर प्रसारित किए जाएंगे
Jammu Kashmir Lockdown Effect: दूरदराज क्षेत्रों में रेडियो से पढ़ाने की तैयारी, 10वीं-12वीं के विद्यार्थियों के लिए लेक्चर प्रसारित किए जाएंगे

जम्मू, अशोक शर्मा। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के बीच दूरदराज क्षेत्रों के विद्यार्थियों जिनके पास स्मार्टफोन या नेट की सुविधाएं नहीं हैं, शिक्षा विभाग आकाशवाणी जम्मू की मदद से पढ़ाई करवाने की तैयारी में जुट गया है।

स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू के निदेशक अनुराधा गुप्ता ने बताया कि आकाशवाणी जम्मू से प्रसारण के लिए दो घंटे का समय मांगा गया है। मंजूरी मिलते ही प्रसारण शुरू हो जाएगा। अनुराधा गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए रेडियो के माध्यम से पहले 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए लेक्चर प्रसारित किए जाएंगे। एक नंबर भी जारी किया जाएगा, जिस पर विद्यार्थियों को सवाल पूछने की सुविधा रहेगी। अभी काशीर चैनल से 10वीं व 12वीं कक्षा के लिए लेक्चर प्रसारित हो रहे हैं।

रेडियो से 20 वर्ष पहले होता था प्रसारण : शिक्षा प्रसारण कार्यक्रम के तहत करीब 20 वर्ष पहले रेडियो कश्मीर जम्मू से विद्यार्थियों के लिए कार्यक्रम का प्रसारण होता था। उस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अध्यापकों के लेक्चर का प्रसारण होता था। रविवार को अध्यापकों के लिए कार्यक्रम का प्रसारण होता था, जिसमें गाइड किया जाता था कि पढ़ाई कराते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। आकाशवाणी के सेवानिवृत्त निदेशक डॉ. जितेंद्र ऊधमपुरी ने बताया कि यह सूचना एवं प्रसारण मंत्रलय का कार्यक्रम था। डॉ. जितेंद्र ऊधमपुरी, डॉ. केसी दुबे, चुनी लाल शर्मा, आरएस हरियानवी की देखरेख में इसका प्रसारण होता था। प्रस्तुति आकाशवाणी की होती थी। बाद में किन्हीं कारणों से प्रसारण बंद हो गया।

पहले स्कूलों में सुना जाता था रेडिया पर प्रसारणः सेवानिवृत्त अध्यापक प्रकाश सिंह ने बताया कि रेडियो से प्रसारित होने वाले कार्यक्रम को स्कूल की कक्षाओं में सुनाया जाता था। हर सरकारी स्कूल में रेडियो उपलब्ध करवाए जाते थे। बच्चे इस प्रसारण को काफी पसंद करते थे। यह कार्यक्रम आम श्रोताओं के लिए भी लाभकारी होते थे।

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