Jammu kashmir Coronavirus Lockdown effect:कोरोना से लड़ाई में शारीरिक दूरी बनाने में भी लद्दाख बना नजीर
Jammu kashmir Coronavirus Lockdown effectकोरोना से लड़ाई में शारीरिक दूरी बनाने में भी लद्दाख बना नजीर
राज्य ब्यूरो, जम्मू। कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लद्दाख लोगों के लिए नजीर बना हुआ है। लोग एक दूसरे के संपर्क में न आएं, इसके लिए सब्जियां तक वितरित करने में शारीरिक दूरी बनाई जा रही है। लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विमान से दिल्ली व चंडीगढ़ से सब्जियां मंगवाकर लोगों को मुहैया करवाई जा रही है। करीब पौने तीन लाख की आबादी वाले इस केंद्र शासित प्रदेश में इन दिनों सब्जियों का उत्पादन नहीं होता है।
लॉकडाउन और जोजिला पास में बर्फबारी के कारण कश्मीर से कटने के कारण बाहर से भी सब्जियां नहीं आ रही थीं। वहीं, प्रशासन संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कह रहा है, जिससे सब्जियों की मांग बढ़ी है। लेह हिल ऑटोनामस काउंसिल ने केंद्र सरकार के सहयोग से दिल्ली व चंडीगढ़ से विशेष विमान में सब्जियां मंगवाने की व्यवस्था की। लोगों तक सब्जियां पहुंचाने की जिम्मेदारी काउंसलरों को सौंपी गई। सब्जियां आने के बाद लोगों में वितरित करने से पहले उन्हें बराबर बांटा जाता है। रास्ते में खराब होने वाली सब्जी को फेंक दिया जाता है।
लोगों में सब्जियां इस तरह वितरित की जाती है कि शारीरिक दूरी बनी रहे। लोग अपने हिस्से की सब्जी रुपये देकर घर ले जाएं। लेह के एग्जीक्यूटिव काउंसिल और कृषि मामलों को देखने वाले पुनचोक स्टैंजिन का कहना है कि लोगों में संक्रमण न फैले और उन्हें सही सब्जियां मिले, इसलिए ऐसा तरीका अपनाया गया है।
लद्दाख के डिवीजनल कमिश्नर सौगात बिस्वास ने भी लेह में सब्जियां वितरित करने के तरीके को दर्शाती एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की है।सब्जियां लेकर कश्मीर से लेह पहुंचे कई ट्रक जोजिला पास खुलने से सोमवार से ट्रक आना शुरू हो गए हैं। कई ट्रक सब्जियां लेकर कश्मीर से लेह पहुंचे हैं। इस समय टमाटर, प्याज, गोभी सहित कई सब्जियां दिल्ली व चंडीगढ़ से मंगवाई जा रही हैं।
पुनचोक स्टैंजिन का कहना है कि स्थानीय सब्जियों के उत्पादन में अभी एक-दो महीने लग जाएंगे, लेकिन कश्मीर से सब्जियां आने से कमी दूर होगी। एहतियाती कदम उठाने से संक्रमण पर लगी रोक लद्दाख में जम्मू-कश्मीर से पहले कोरोना वायरस के मामले आए थे, लेकिन उसने एहतियाती कदम उठाने के बाद अधिक लोगों में संक्रमण नहीं होने दिया। लद्दाख के स्वास्थ्य आयुक्त सचिव रिगजिन सैंफल का कहना है कि जिस जगह भी मामले सामने आए, उन गांवों को पूरी तरह सील कर दिया गया। उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान कर क्वारंटाइन किया गया।