JKBOSE: अगले कुछ दिनों में तैयार हो जाएंगे जम्मू कश्मीर बोर्ड की परीक्षा परिणाम के मापदंड

बोर्ड परिणाम घोषित करने के लिए काम कर रहा है इसमें क्या दसवीं ग्यारहवीं कक्षा के अंक आधार हो सकते है या कुछ आबजेक्टिव आनलाइन लिए जा सकते है। बोर्ड की चेयरपर्सन प्रो. वीना पंडिता का कहना है कि हम पूरा प्रस्ताव बनाकर सरकार को सौंपेंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 05 Jun 2021 10:41 AM (IST) Updated:Sat, 05 Jun 2021 10:41 AM (IST)
JKBOSE: अगले कुछ दिनों में तैयार हो जाएंगे जम्मू कश्मीर बोर्ड की परीक्षा परिणाम के मापदंड
पूरा मसौदा बनाकर शिक्षा विभाग को सौंपा जाएगा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन ने बारहवीं और दसवीं कक्षा की परीक्षा के परिणाम के लिए मापदंड बनाने शुरू कर दिए हैं। बोर्ड पहले ही दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद कर चुका है, लेकिन परिणाम घोषित करने के मापदंड तैयार नहीं हुए हैं। दसवीं कक्षा के दो पेपर हुए थे। उसके बाद कोरोना की दूसरी लहर से हालात खराब हो गए।

बोर्ड ने दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद कर दिया। अब बोर्ड ने दसवीं कक्षा का परिणाम घोषित करना है। इसमें सबसे अहम कार्य मूल्यांकन है। बोर्ड दसवीं कक्षा के पहले दो पेपरों के प्रदर्शन पर शेष बचे तीन पेपरों का मूल्यांकन कर सकता है। इसमें एक अन्य व्यवस्था यह भी की जा सकती है कि नौंवी कक्षा के अंकों के मूल्यांकन को भी पचास फीसद तक आधार बनाया जाए। बोर्ड में विशेषज्ञों की टीम इस पर काम कर रही है। मापदंड ऐसे बनाए जा रहे है जिससे विद्यार्थियों को कोई नुकसान न पहुंचे।

अब बारहवीं कक्षा की परीक्षा भी रद होनी तय है क्योंकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद कर दिया है। देश के अन्य कई राज्य भी बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद कर चुके है। जम्मू संभाग के समर जोन में करीब चालीस हजार विद्यार्थी बारहवीं कक्षा और पचास हजार से अधिक दसवीं कक्षा के है। बारहवीं के भी कुछ पेपर हुए थे जिसके बाद अन्य पेपर स्थगित किए गए थे।

बोर्ड परिणाम घोषित करने के लिए काम कर रहा है इसमें क्या दसवीं, ग्यारहवीं कक्षा के अंक आधार हो सकते है या कुछ आबजेक्टिव आनलाइन लिए जा सकते है। पूरा मसौदा बनाकर शिक्षा विभाग को सौंपा जाएगा। बोर्ड की चेयरपर्सन प्रो. वीना पंडिता का कहना है कि हम पूरा प्रस्ताव बनाकर सरकार को सौंपेंगे। इसमें तीन चार दिन का समय लगेगा। परीक्षाओं पर अंतिम फैसला तो सरकार को लेना है।

सूत्र बताते है कि बोर्ड जल्द ही पूरे मापदंड बनाकर उपराज्यपाल को सौंपेगा। इसमें ग्यारहवीं कक्षा को लेकर भी स्थिति को स्पष्ट किया जाएगा। ग्यारहवीं कक्षा में मॉस प्रमोशन होने की संभावना है। 

chat bot
आपका साथी