प्रमुख पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होगा जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र में विकास के लिए अधिक क्षमता है। राज्य के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाई पर ले जाने की नीति बनाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र में विकास के लिए अधिक क्षमता है। राज्य के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाई पर ले जाने की नीति बनाई जा रही है। जम्मू-कश्मीर को विश्व मानचित्र पर लाने और इसे प्रमुख पर्यटन स्थल बनाने पर काम चल रहा है। सरकार इस क्षेत्र में पूरी गंभीरता से काम कर रही है और आने वाले दिनों में इसका लाभ जमीनी स्तर पर नजर आएगा। यह बात उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने पीरखोह मेले के समापन समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि यहां के पर्यटन स्थल ही नहीं लोक संस्कृति भी पर्यटकों को आकर्षित करती है। इसे केंद्रित करते हुए सरकार ऐसे कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। राज्य में प्रमुख पर्यटन गंतव्य बनाए जाएंगे और राज्य के तीनों संभागों की परंपरा और संस्कृति दर्शाई जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन ढांचे को विकसित करने के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है। डॉ सिंह ने धार्मिक एवं पर्यटन महत्व के प्रमुख स्थलों के विकास पर भी बल दिया। पीरखोह जैसे तीर्थस्थलों के विकास से न केवल श्रद्धालु बल्कि पर्यटक भी आकर्षित होंगे। इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को बढ़ाया भी जा रहा है।
धार्मिक स्थलों का विकास सरकार की प्राथमिकता : प्रिया सेठी शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रिया सेठी ने कहा कि पर्यटन के प्रोत्साहन के लिए धार्मिक स्थलों का विकास सरकार की प्राथमिकता है। पर्यटन ढाचे की वृद्धि के लिए नए कदम भी उठाए गए हैं। इस अवसर पर विधायक जम्मू पूर्वी राजेश गुप्ता, जैकफेड के उपचेयरमैन मुनीश शर्मा, एडीसी डॉ. अरुण मन्हास, पर्यटन निदेशक जम्मू समिता सेठी, पीरखोह के महंत पीर रविनाथ, मंदिर समिति के सदस्यों के अलावा राजनीतिज्ञ बलदेव बिलौरिया, विनय गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।